RANCHI: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, जब तक झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को जनहित के अनुकूल और मजबूत नहीं बना देता, तब तक मैं चैन से नहीं बैठने वाला। यह बात उन्होंने नामकुम स्थित आडिटोरियम में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कायाकल्प, एनक्वास, लक्ष्य और मुस्कान योजनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 744 स्वास्थ्य संस्थानों को सम्मानित किया। रांची सदर अस्पताल को कायाकल्प श्रेणी में देशभर में प्रथम स्थान पाने पर 50 लाख रुपये का पुरस्कार और इको-फ्रेंडली अस्पताल के रूप में 10 लाख रुपये का चेक प्रदान किया।
स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में ठोस कदम
डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य में पहली बार रोबोटिक इलाज की सुविधा जल्द शुरू की जाएगी और रिम्स-2 की स्थापना को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि झारखंड में छह नए मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं, जिनमें एक उनके गृह जिले जामताड़ा में भी होगा। इसके साथ ही, 126 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति भी की जा चुकी है।
जिला अस्पतालों को मिलेंगे चार-चार एम्बुलेंस
मंत्री ने घोषणा की कि राज्य के सभी जिला अस्पतालों को चार-चार अत्याधुनिक एम्बुलेंस दिए जाएंगे। साथ ही, उन्होंने गांवों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के उद्देश्य से 15,000 स्ट्रेचर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए, ताकि दुर्गम क्षेत्रों में मरीजों को मचिया या खाट पर अस्पताल ले जाने की बाध्यता समाप्त हो।
पुरस्कार पाने वाले प्रमुख संस्थान
इस बार 272 संस्थानों को एनक्वास सर्टिफिकेट, 380 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, 11 सदर अस्पतालों, 31 सीएचसी और 48 प्राथमिक व शहरी केंद्रों को कायाकल्प प्रमाण पत्र मिला। सीएचसी ओरमांझी को इको-फ्रेंडली सीएचसी श्रेणी में सम्मान मिला, जबकि सिमडेगा सदर को लक्ष्य व एनक्वास प्रमाणन मिला। रांची और रामगढ़ सदर अस्पतालों को मुस्कान प्रमाणन भी मिला। विधायक राजेश कच्छप ने अनुबंधकर्मियों की गृह जिला पोस्टिंग की मांग उठाई।
इनकी रही मौजूदगी
कार्यक्रम में खिजरी विधायक राजेश कच्छप, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, एनएचएम अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा, मेडिकल कॉर्पोरेशन के एमडी अबु इमरान, डॉ. सिद्धार्थ सान्याल समेत कई अधिकारी मौजूद थे।