Chaibasa : झारखंड अलग राज्य आंदोलन के महानायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर सिंहभूम की सांसद जोबा माझी ने गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन का जाना झारखंड के लिए एक युग के अंत जैसा है। अपने शोक संदेश में सांसद जोबा माझी ने कहा कि गुरुजी एक ज़मीनी नेता थे, जिन्होंने हमेशा जनता के प्रति निःस्वार्थ समर्पण के साथ कार्य किया। आदिवासी समाज, गरीबों और वंचित तबकों के लिए उन्होंने जीवन भर संघर्ष किया। उनका मार्गदर्शन झारखंड की राजनीति में हमेशा याद किया जाएगा।
सांसद ने यह भी याद किया कि शिबू सोरेन के मुख्यमंत्री रहते हुए वे स्वयं मंत्री रही थीं। 2014 में गुरुजी ने उन्हें अपने आवास पर झामुमो की सदस्यता दिलाई थी। शिबू सोरेन ने सिंहभूम में कई बार दौरा कर न केवल श्रद्धांजलि सभाओं में हिस्सा लिया, बल्कि चुनाव प्रचार में भी सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने सेरेंगदा और लोढ़ाई में जोबा माझी के समर्थन में सभा को संबोधित किया था। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में जब जोबा माझी को प्रत्याशी घोषित किया गया, तब शिबू सोरेन ने स्वयं अपने हाथों से उन्हें टिकट सौंपा था। चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद सांसद जोबा माझी अपने पुत्र जगत माझी और उदय माझी के साथ रांची जाकर गुरुजी का आभार व्यक्त करने पहुँची थीं।
शिबू सोरेन के संघर्ष ने दिलाया अलग राज्य : विधायक जगत माझी

शिबू सोरेन के निधन पर मनोहरपुर से झामुमो विधायक जगत माझी ने भी गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि बाबा का जाना झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके अनुसार, शिबू सोरेन ने न केवल अलग राज्य की मांग को नेतृत्व दिया, बल्कि अन्याय और शोषण के खिलाफ लगातार संघर्ष किया।
विधायक ने कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए जब उन्होंने पहली बार दावेदारी पेश की थी, तो गुरुजी से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया था। शिबू सोरेन का आशीर्वाद आज भी हर झारखंडवासी के साथ है और रहेगा। उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।