Jamshedpur (Jharkhand) : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी और कोल्हान विश्वविद्यालय में जनरल इलेक्टिव (GE) पेपर-2 की परीक्षा की घोषणा होने के बाद स्नातक के पूर्व छात्र असमंजस की स्थिति में हैं। इन छात्रों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं, जिनका उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है। ये छात्र उन सत्रों (2015-18 से 2020-23) से संबंधित हैं, जब जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी अस्तित्व में नहीं थी और यह कॉलेज कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन स्वायत्त दर्जा प्राप्त था। हालांकि जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी से मिली जानकारी के अनुसार विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में किसी तरह का परिवर्तन नहीं होगा।
वीमेंस यूनिवर्सिटी के मार्कशीट पर क्या होगा
पूर्व में जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की ओर से निर्गत किए जानेवाले मार्कशीट पर ऊपर कॉलेज का नाम और नीचे कोल्हान यूनिवर्सिटी की आटोनॉमस इकाई लिखा होता था। अब जबकि यह कॉलेज यूनिवर्सिटी बन चुका है, ऐसी परिस्थिति में मार्कशीट पर क्या लिखा होगा? क्योंकि मार्कशीट अब कोल्हान विश्वविद्यालय नहीं जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की ओर से निर्गत किया जाएगा। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रह्मण्यम ने बताया कि यह सवाल सही है, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन इस पर भी विचार कर रहा है। पूरा मार्कशीट अथवा सर्टिफिकेट वैसा ही रहेगा, जैसा पूर्व में दिया गया है। बावजूद अब मार्कशीट जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी देगी, तो इस पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि अभी परीक्षा की तैयारी की जा रही है। इसलिए अभी इसका खाका तैयार नहीं किया गया है। लेकिन, रिजल्ट तैयार करने से पहले यह खाका भी तैयार कर लिया जायेगा।
क्यों लिया जा रहा है जीई पेपर-2 का एग्जाम?
उस समय, च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) के तहत केवल एक ही जीई पेपर की पढ़ाई और परीक्षा हुई थी। जब पासआउट विद्यार्थियों ने शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन किया, तो उसे अमान्य कर दिया गया, क्योंकि उनके पास जीई पेपर-2 का प्राप्तांक नहीं था। छात्रों के हंगामे और शिकायतों के बाद विश्वविद्यालय ने अब जीई पेपर-2 की परीक्षा लेने का फैसला किया है।
छात्रहित में ली जा रही परीक्षा : परीक्षा विभाग
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार साहू एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रह्मण्यम ने छात्रों के इन सवालों के संबंध में सबकुछ स्पष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि चूंकि जीई पेपर-2 के प्राप्तांक नहीं होने की वजह से शिक्षक नियुक्ति आदि के लिए विद्यार्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए छात्रहित में यह परीक्षा ली जा रही है। इस परीक्षा के प्राप्तांक से उनके रिजल्ट में कोई परिवर्तन नहीं होगा। उन्हें अलग से एक मार्कशीट दिया जाएगा, ताकि आवेदन करने में उन्हें किसी तरह की कठिनाई न हो।
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