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कुख्यात नक्सली कमांडर नितेश यादव पर शिकंजा कसने की बनी रणनीति

बिहार-झारखंड के शीर्ष अधिकारियों की संयुक्त बैठक, जीवित पकड़ने पर जोर

by Mujtaba Haider Rizvi
Anti-Naxal Strategy Jharkhand Police Palamu
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मेदिनीनगर (पलामू): पलामू में मंगलवार को डीआईजी नौशाद आलम की अध्यक्षता में बिहार और झारखंड के नक्सल अभियान से जुड़े शीर्ष अधिकारियों की संयुक्त बैठक संपन्न हुई। बैठक में दोनों राज्यों की साझा चुनौतियों और संयुक्त रणनीति पर चर्चा की गई। खासकर कुख्यात नक्सली कमांडर नितेश यादव को मुख्यधारा में लाने या फिर अभियान चलाकर पकड़ने पर जोर दिया गया। बैठक में यह तय किया गया कि दोनों राज्यों के सुरक्षा बल साझा अभियान को और तेज करेंगे। बैठक में मुख्य रूप से रमाकांत प्रसाद (एडिशनल एसपी, एसआईजी बिहार), अखिलेश कुमार (डीएसपी अभियान मगध), इंस्पेक्टर रवि शर्मा (अभियान इंस्पेक्टर), बिनीत कुमार (एसआईजी बिहार) और एएसपी अभियान राकेश (पलामू) शामिल रहे। बैठक के बाद डीआईजी नौशाद आलम ने कहा कि नक्सली गतिविधियां राज्य और समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। उन्होंने कहा कि नितेश यादव जैसे बड़े नक्सली को या तो मुख्यधारा में लाना होगा या फिर अभियान के जरिए पकड़ना ही हमारा लक्ष्य है। बिहार और झारखंड पुलिस की साझा कार्रवाई से नक्सलियों की कमर तोड़ी जाएगी। अब इस क्षेत्र में नक्सलवाद के लिए कोई जगह नहीं बचेगी।

जानें कौन है नितेश यादव?

नितेश यादव, बिहार के गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के तरवाडीह गांव का रहने वाला है। भाकपा (माओवादी) का यह कुख्यात नक्सली कमांडर झारखंड और बिहार में 70 से अधिक बड़े नक्सली हमलों का आरोपी है। साल 2012-13 में पलामू के विश्रामपुर थाना क्षेत्र के कौड़िया में टीपीसी के 15 नक्सलियों की हत्या का मास्टरमाइंड माना जाता है। साल 2016-17 में छतरपुर थाना क्षेत्र के कालापहाड़ में हुए लैंडमाइंस विस्फोट में 7 पुलिस जवान शहीद हुए, इस हमले में भी वह आरोपी है। 2016-17 में बिहार के गया-औरंगाबाद सीमा पर नक्सली हमले में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के 10 जवान शहीद हुए, इसमें भी उसका नाम शामिल है। साल 2010-11 : पलामू-चतरा सीमा के लकड़बंधा इलाके में टीएसपीसी द्वारा माओवादियों के टाप 10 कमांडरों की हत्या हुई, उस कांड से नितेश बच निकला और बाद में माओवादियों का टाप कमांडर बन गया। झारखंड सरकार ने उस पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। उसे “नितेश जी, इरफ़ान, नंदू, किरानी” जैसे नामों से भी जाना जाता है। हाल ही में पलामू में उसके खिलाफ चले अभियान में आइईडी और हथियार बरामद हुए। पुलिस ने अदालत के आदेश पर उसके घर पर इश्तेहार भी चिपकाए हैं, ताकि जनता उसकी पहचान कर सके।

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