

Palamu (Jharkhand) : झारखंड के पलामू जिला अधिवक्ता संघ ने पुलिस द्वारा दो वकीलों, अभिषेक रंजन और सुधांशु कुमार विरंची, की बेरहमी से पिटाई की कड़ी निंदा की है। विगत सोमवार को बैठक कर अधिवक्ताओं ने इस घटना पर रोष जताते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।

पुलिस पर असंवैधानिक व्यवहार करने का आरोप
अधिवक्ता संघ के महासचिव अजय कुमार पांडे ने मंगलवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि 12 अगस्त को सदर अस्पताल में पुलिसकर्मियों ने इन दोनों अधिवक्ताओं के साथ मारपीट की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मैनुअल में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि किसी वकील के साथ मारपीट की जाए और फिर उसके खिलाफ जानबूझकर झूठी प्राथमिकी दर्ज की जाए। संघ ने कहा कि अधिवक्ताओं द्वारा दिए गए आवेदन पर पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया, जो पुलिस के पक्षपातपूर्ण और असंवैधानिक रवैये को दर्शाता है।

कार्रवाई की मांग व आंदोलन की चेतावनी
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए पुलिस अधीक्षक से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने और एक सप्ताह के अंदर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही अधिवक्ताओं ने मांग की है कि अभिषेक रंजन और सुधांशु कुमार के आवेदन पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी दर्ज की जाए।

आरोपों की निष्पक्ष जांच हो : संघ
संघ ने कहा है कि पुलिस द्वारा दोनों वकीलों के खिलाफ दर्ज कराई गई प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों की भी उच्चस्तरीय एवं निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि उन्हें दोषमुक्त किया जा सके। इसके साथ ही संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनके आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई या एक सप्ताह के भीतर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो वे न्यायालय में परिवाद पत्र दाखिल करेंगे। इसके साथ ही विधि सम्मत प्रतिकार करेंगे।
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