

Chaibasa (Jharkhand) : शिक्षा के अवसर हर वर्ग तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, चाईबासा महिला कॉलेज स्थित इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) स्टडी सेंटर ने सीआरपीएफ (CRPF) 174 बटालियन के जवानों के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जवानों को इग्नू (IGNOU) में उपलब्ध विभिन्न शैक्षिक अवसरों और पाठ्यक्रमों की जानकारी देना था। हाइब्रिड मोड (Offline and Online) में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 450 जवानों ने हिस्सा लिया।

जन-जन का विश्वविद्यालय
कार्यक्रम की शुरुआत स्टडी सेंटर की समन्वयक डॉ. सुचिता बाड़ा के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने जवानों से इग्नू की लचीली शिक्षा प्रणाली का लाभ उठाने की अपील की। इसके बाद, सहायक समन्वयक डॉ. अर्पित सुमन ने एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से इग्नू की शिक्षा व्यवस्था, पाठ्यक्रम और नामांकन प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इग्नू “जन-जन का विश्वविद्यालय” है, जहां हर वर्ग को शिक्षा का समान अवसर मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि जुलाई सत्र के लिए ऑनलाइन नामांकन की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 है।

रांची रीजनल सेंटर से वर्चुअल माध्यम से जुड़े सीनियर रीजनल डायरेक्टर डॉ. एस. मोहंती ने भी विभिन्न सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि इग्नू के पाठ्यक्रम रोजगारोन्मुखी और लचीले हैं, जिनसे सेवा के दौरान भी पढ़ाई जारी रखी जा सकती है।

उच्च शिक्षा जीवन को देती है नई दिशा
इस अवसर पर 174 बटालियन के कमांडेंट मनोज डंग ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन में नई दिशा देने वाली होती है। उन्होंने जवानों और अधिकारियों से अपील की कि वे अपनी सेवा के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रखें और इग्नू में नामांकन लें।
कार्यक्रम के अंत में, जवानों के सवालों के जवाब देने के लिए एक इंटरेक्टिव सेशन भी रखा गया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन सहायक समन्वयक डॉ. प्रशांत कुमार खरे ने किया। इस मौके पर सीआरपीएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और इग्नू स्टडी सेंटर के स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे।
