

Jamshedpur (Jharkhand) : जमशेदपुर के बारीडीह स्थित टाटा मणिपाल मेडिकल कॉलेज (TMMC) में एक छात्र की दुखद मौत के बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र दिव्यांशु पांडेय की आत्महत्या के बाद इलाज में देरी का आरोप लगाते हुए छात्रों ने कॉलेज का मुख्य द्वार जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया।


इलाज में 40 मिनट की देरी, फिर भी नहीं मिली एंबुलेंस
छात्रों का आरोप है कि दिव्यांशु पांडेय ने 21 अगस्त की शाम को जहर खा लिया था। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करने में कॉलेज प्रबंधन ने करीब 40 मिनट की देरी कर दी। छात्रों के लाख प्रयासों के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं मिली, तो उसे किसी तरह अन्य वाहन से स्थानीय मर्सी अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे गंभीर हालत में टाटा मुख्य अस्पताल (TMH) रेफर कर दिया गया।


छात्रों का कहना है कि टीएमएच पहुंचने में काफी समय लग गया और समय पर इलाज शुरू नहीं हो पाने के कारण दिव्यांशु की मौत हो गई। छात्रों ने आरोप लगाया कि अगर कॉलेज प्रबंधन ने समय पर एंबुलेंस की व्यवस्था की होती, तो शायद दिव्यांशु की जान बच सकती थी।
कॉलेज प्रबंधन ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि, दिव्यांशु की मौत के बाद कॉलेज प्रबंधन की प्रवक्ता प्रियंका सिंघल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छात्रों के आरोपों को दरकिनार कर दिया था। लेकिन, छात्र अब भी कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं और समय से एंबुलेंस न मिलने की बात पर अड़े हुए हैं। वे प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
