Dhanbad (Jharkhand) : झारखंड के धनबाद में आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (SSC CGL 2025) में हुए नकल कांड की जांच अब तेजी पकड़ चुकी है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अभ्यर्थी को जेल भेज दिया है और उसके बयान के आधार पर कई नए पहलुओं की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ खुलासा
26 सितंबर को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र स्थित गोल्डन कैंप, कुर्मीडीह में तीसरी पाली की परीक्षा के दौरान 24 वर्षीय अभ्यर्थी आइके गुजराल (रोल नंबर 4206035544), निवासी सिरिया, थाना धनरूआ, पटना, संदिग्ध गतिविधियों में पकड़ा गया। परीक्षा ड्यूटी पर तैनात दंडाधिकारी महादेव गोराई ने देखा कि आरोपी माउस हाथ में पकड़े था, लेकिन कंप्यूटर पर उत्तर अपने आप टिक हो रहे थे। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई और अभ्यर्थी को हिरासत में ले लिया गया।
पटना से जुड़ा नेटवर्क
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि इस पूरे खेल की योजना पटना में बनाई गई थी। उसने बताया कि इसमें पटना निवासी रौशन कुमार और सचिन कुमार (राजेंद्र नगर, पटना) शामिल हैं। इसके अलावा उसने एजुकीटी करियर टेक्नोलॉजीज कंपनी और उसके कर्मचारी राक्सन रहमान का भी नाम लिया, जिन्होंने तकनीकी रूप से नकल कराने में मदद की।
पुलिस की जांच और एजेंसियों की नजर
बरवाअड्डा थाना ने आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया है। जांच की जिम्मेदारी मुख्यालय डीएसपी शंकर कामती को सौंपी गई है। पुलिस अब आरोपित और उसके सहयोगियों की काल डिटेल व मोबाइल संपर्कों की गहन जांच कर रही है। साथ ही, जिस इन्फिनिटी डिजिटल जोन में परीक्षा हुई थी, उसके पूरे रिकॉर्ड की भी जांच की जाएगी।
एसपी सिटी ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है। जांच में यह भी सामने आया है कि परीक्षा के दौरान कंप्यूटर सिस्टम हैक हुआ था। उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी एसएससी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को भी दी गई है।
पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ जल्द
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस साल्वर गैंग के तार पटना के अलावा अन्य शहरों से भी जुड़े हो सकते हैं। अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सरकारी परीक्षाओं में धांधली कराने वाला यह नेटवर्क काफी बड़ा है। पुलिस का दावा है कि इस गिरोह का जल्द ही भंडाफोड़ किया जाएगा।