Jamshedpur : झारखंड दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बन गया है। मगर, सरकार लगातार दुग्ध उत्पादन पर जोर दे रही है। जल्द ही झारखंड का दूध अन्य राज्यों में भी बेचा जाएगा। यह बातें झारखंड राज्य कृषि विपणन परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह ने जमशेदपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहीं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं झारखंड राज्य कृषि विपणन परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार किसानों, पशुपालकों और डेयरी उत्पादकों के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि, पशुपालन और डेयरी उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों की आमदनी में बढोतरी की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
रविंद्र सिंह ने कहा कि किसानों को कृषि उपकरण, पशु आदि मुहैया कराए जा रहे हैं। झामुमो सरकार ने मंडी एक्ट बनाया है। मंडी नियमावली बन रही है। नियमावली बनने के बाद मंडियों का विकास होगा।
कारोबारी और किसान दोनों का लाभ होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में सीमांत किसान हैं। इनके लिए सरकार काफी कुछ कर रही है। दूध उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। झारखंड में दूध उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। वह दिन दूर नहीं जब झारखंड दूध उत्पादन में न केवल आगे हो जाएगा। बल्कि, दूसरे प्रदेशों को दूध भेजा जाएगा।
रविन्द्र सिंह ने बताया कि सरकार का मकसद किसानों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संपर्क स्थापित करना है। इससे उन्हें अपने उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें।
उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि उत्पादों के बेहतर विपणन के लिए नई योजनाएं शुरू की गई हैं। किसानों को आधुनिक तकनीक, प्रशिक्षण और डेयरी विकास से जोड़कर उन्हें सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है।
रवींद्र सिंह ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में झारखंड खेती के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढेगा और किसानों की आर्थिक हालत और बेहतर होगी।