जमशेदपुरः दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के अंतर्गत आने वाला टाटानगर रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह से आधुनिक स्वरूप में बदलने जा रहा है। शनिवार को यहां 400 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वंदे भारत डिपो और मॉडर्न कोचिंग कॉम्प्लेक्स की घोषणा की गई। यह जानकारी दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा ने शनिवार को दी।
वे टाटानगर स्टेशन के री-डेवलपमेंट कार्य के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद विद्युत वरण महतो की मौजूदगी में स्टेशन के सेकंड एंट्री गेट (बर्मामाइंस छोर) पर किया गया। इस दौरान चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री के प्रयास से टाटानगर स्टेशन का आधुनिकीकरण तेजी से हो रहा है।
उन्होंने बताया कि सेकंड एंट्री गेट पर 284 करोड़ रुपये की लागत से कार्य शुरू हो चुका है, जबकि पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 550 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही टाटानगर को ए-प्लस श्रेणी का स्टेशन बनाया जाएगा।भविष्य में बनने वाला वंदे भारत कोचिंग डिपो और मॉडर्न कोचिंग कॉम्प्लेक्स टाटानगर को पूर्वी भारत का प्रमुख रेल हब बनाएगा। साथ ही, मालगाड़ियों के लिए अलग फ्रेट यार्ड भी तैयार किया जाएगा, जिससे संचालन और तेज होगा।
दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि यह विकास कार्य अमृत भारत योजना के तहत किया जा रहा है। फिलहाल स्टेशन पर 5 प्लेटफॉर्म हैं, जबकि परियोजना पूरी होने के बाद प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी। स्टेशन के दक्षिणी हिस्से में 6 मंजिला आधुनिक भवन और मुख्य परिसर में 3 मंजिला भवन बनाया जाएगा।
इनमें लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग लाउंज, मॉडर्न टिकट काउंटर जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित राष्ट्रीय रेलवे री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा है। 36 महीने में पूरा होने वाला यह प्रोजेक्ट टाटानगर को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाला आधुनिक रेलवे हब बना देगा।