Ranchi (Jharkhand) : राजधानी रांची के जाने-माने ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. समित लाल को दुबई से व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिलने और करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगे जाने के सनसनीखेज मामले पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कड़ा रुख अपना लिया है। IMA झारखंड शाखा ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।

IMA ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि समय रहते अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने को बाध्य होगा, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो सकती हैं।
असुरक्षा से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होने का खतरा
IMA के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार सिंह, सचिव डॉ. प्रदीप सिंह और उपाध्यक्ष डॉ. आरएस दास ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा है कि यह घटना केवल एक डॉक्टर पर व्यक्तिगत हमला नहीं है, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय के लिए चिंता और असुरक्षा का विषय है।
उन्होंने कहा, “डॉ. समित लाल जैसे समर्पित चिकित्सक को इस तरह की धमकी मिलना अत्यंत निंदनीय है और इससे डॉक्टरों में भय का माहौल पैदा हो रहा है।” आईएमए झारखंड ने कहा कि डॉक्टर समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग से आते हैं, जो दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे रहते हैं। ऐसे में उनके खिलाफ धमकी या रंगदारी की घटनाएं न केवल चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि आम जनता की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी प्रतिकूल असर डालती हैं।
डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए प्रभावी कानून की मांग
राज्य संयोजक डॉ. अभिषेक रामाधीन और आइएमए हास्पिटल बोर्ड आफ इंडिया के सचिव डॉ. शंभू सिंह ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यदि चिकित्सक असुरक्षित महसूस करेंगे तो समाज में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होना तय है।
IMA ने की राज्य सरकार से दो महत्वपूर्ण मांगें
- तत्काल कार्रवाई: प्रशासन तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करे और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के शिकंजे में लाए।
- प्रभावी कानून: डॉक्टरों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी और मजबूत कानून बनाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
संगठन ने कहा कि चिकित्सकों के परिवार की सुरक्षा और सुख-शांति उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करता है, तो मजबूरन उन्हें विरोध का रास्ता अपनाना पड़ेगा।