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Dhanbad Nirsa ECL Loot : ईसीएल की हरियाजाम खदान में कर्मियों को बंधक बनाकर लाखों की लूट

Jharkhand News Hindi: लुटेरों की संख्या करीब 25 से 30 थी। उनकी उम्र उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच थी। सभी ने अपने चेहरे को गमछा एवं रुमाल से ढक रखा था।

by Geetanjali Adhikari
Dhanbad Nirsa ECL Loot
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Dhanbad (Jharkhand) : झारखंड के धनबाद जिले के निरसा में ईसीएल (ECL) मुगमा क्षेत्र अंतर्गत हरियाजाम 27 नंबर भूमिगत खदान में अज्ञात लुटेरों ने लाखों के सामान लूट लिए। घटना शुक्रवार रात की बताई जाती है। जानकारी के अनुसार अपराधियों ने खदान में कार्यरत सात कर्मियों को बंधक बनाकर पुराने स्टोर रूम से लौह सामग्री के साथ ही केबुल लूट लिया और आसानी से फरार हो गए। लूटे गए सामान की कीमत लाखों में बताई जा रही है। इस संबंध में कोलियरी प्रबंधन की ओर से निरसा थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाने की प्रक्रिया की जा रही है।

होमगार्ड जवान व सुरक्षाकर्मियों को भी बंधक बनाया

बंधक बने कर्मियों ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि लगभग 3:00 बजे 25 से 30 की संख्या में लुटेरों ने कोलियरी परिसर में धावा बोल दिया। लुटेरों ने सबसे पहले सुरक्षाकर्मी बेचू सिंह, मनय कुंभकार एवं होमगार्ड जवान अनिल सिंह को हथियार के बल पर बंधक बना लिया। उसके बाद बंधक बने तीनों सुरक्षा कर्मियों को ट्रामर रूम ले गए। वहां मौजूद ट्रामर अनिल मोची, सीमांचल नायक एवं अन्य दो कर्मियों को भी बंधक बना लिया। सभी लोगों को ट्रामर रूम में बंद कर बाहर से कुंडी को तार से बांध दिया।

इस दौरान लुटेरों ने होमगार्ड अनिल सिंह की टॉर्च एवं मोबाइल भी छीन ली। हालांकि अनिल सिंह के मोबाइल को लुटेरों ने ट्रामर रूम के बाहर रख दिया था, जो बाद में मिल गया। उसके बाद लुटेरे आराम से कोलियरी के पुराने स्टोर रूम का ताला तोड़कर घुसे और वहां रखे लोहे के सामान एवं पुराने केबुल लूटकर चलते बने।

किसी तरह कुंडी में बंधा तार खोल कर बाहर निकले कर्मी

बाद में बंधक बने एक कर्मी ने किसी तरह हाथ बाहर कर कुंडी में लगाए गए तार को खोल। उसके बाद बाहर निकल कर वरीय पदाधिकारी को घटना की जानकारी दी। जब तक क्षेत्रीय सुरक्षा गश्ती दल एवं कोलियरी प्रबंधन के लोग पहुंचे तब तक लुटेरे फरार हो चुके थे।

बांग्ला व खोरठा भाषा बोल रहे थे लुटेरे

बंधक बनाए गए कर्मियों ने बताया कि लुटेरों की संख्या करीब 25 से 30 थी। उनकी उम्र उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच थी। सभी ने अपने चेहरे को गमछा एवं रुमाल से ढक रखा था। वह आपस में बांग्ला एवं खोरठा भाषा में बातचीत कर रहे थे। सभी के हाथ में लाठी, रड एवं धारदार हथियार थे। लुटेरों ने हम लोगों से कह रहे थे कि हम लोग ईसीएल का समान ले जा रहे हैं। यदि तुम लोग विरोध करोगे, तो तुम लोग जान से जाओगे।

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