Ramgarh (Jharkhand) : झारखंड के रामगढ़ जिले के सदर थाना परिसर से जब्त की गई एक बाइक बुधवार को अचानक गायब हो गई। यह घटना तब सामने आई जब मृतक युवक के परिजन कोर्ट का रिलीज ऑर्डर लेकर पिछले दो महीने से थाने का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें उनकी बाइक वापस नहीं मिल पा रही है। यह मामला पुलिस हिरासत से संपत्ति के गायब होने पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
जानकारी के अनुसार, लातेहार जिले के चंदवा निवासी विशाल नायक का परिवार वर्तमान में भुरकुंडा ग्लास फैक्ट्री के पास महुआ टोला में रहता है। बीते 22 मई को विशाल अपने दोस्त के साथ शादी समारोह में शामिल होने बाइक (JH 24 C 4105) से चितरपुर गया था। वापसी में 23 मई को छतरमांडू के समीप हुई सड़क दुर्घटना में विशाल नायक की मौत हो गई थी।
CCTV लगे होने पर भी पुलिस अनजान
दुर्घटना के बाद मृतक के परिजनों ने दुर्घटनाग्रस्त बाइक की मरम्मत करवाकर उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। इसी बीच, मामले के जाँच अधिकारी सब इंस्पेक्टर संतोष गुप्ता ने मृतक के परिजनों से बाइक को रामगढ़ थाना पुलिस को सुपुर्द करने और कोर्ट से रिलीज करवाने की बात कही। इसके बाद, मृतक के घर वालों ने बाइक को रामगढ़ थाने में लाकर सब इंस्पेक्टर संतोष गुप्ता को सौंप दिया था।
21 अगस्त को कोर्ट से जारी हो चुका है बाइक रिलीज करने का आदेश
कोर्ट ने जब्त बाइक (JH 24 C 4105) को 21 अगस्त को रिलीज करने का आदेश पारित कर दिया। लेकिन जब मृतक विशाल नायक के परिजन कोर्ट का रिलीज ऑर्डर लेकर रामगढ़ थाना पहुँचे, तो पुलिस ने उनको टालना शुरू कर दिया। परिजनों के पास एक तस्वीर भी है, जिसमें उनकी बाइक थाना प्रभारी के चेंबर के सामने ही खड़ी दिखाई दे रही है। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि थाना परिसर में सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है, लेकिन पुलिस लगभग दो माह बाद भी यह पता नहीं लगा पा रही है कि थाना परिसर से बाइक आखिर कहाँ चली गई।
हर हाल में बाइक उपलब्ध कराई जाएगी : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोर्ट ने बाइक को रिलीज करने का ऑर्डर पारित कर दिया है, तो पीड़ित परिवार को हर हाल में बाइक उपलब्ध करवाई जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई निश्चित होगी।


