जमशेदपुर: देश विभाजन में शहीद हुए पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए जमशेदपुर के प्रबुद्धजनों ने तीन दिवसीय आत्मा शांति महायज्ञ का आयोजन आदित्यपुर स्थित जय प्रकाश उद्यान में किया है। बुधवार की सुबह महायज्ञ को लेकर भव्य कलश यात्रा निकली जिसमें 501 महिलाएं शामिल हुई। पीले वस्त्र धारण कर गाजे-बाजे के साथ सभी महिलाएं नगीनापुरी स्थित चित्रकूट घाट गई और वहां से जल लेकर वापस महिलाएं यज्ञ स्थल तक लौटीं। इस दाैरान विधि विधान से आचार्यों ने कलश स्थापन किया। वहीं शाम में चित्रकूट धाम से पधारे स्वामी सीताराम स्वामी प्रवचन सुनाया। विदित हाे कि 1947 में देश के विभाजन और पाकिस्तान के बनने पर जाे लाेग मारे गए थे उनकी आत्मा की शांति के लिए यहां तीन दिवसीय भागीरथवंशी शहीद आत्मा शांति महायज्ञ खरकई तट पर स्थित जय प्रकाश उद्यान में शुरु हुआ है। यह 16 जून तक चलेगा यज्ञ कमेटी के अध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि इस प्रकार का यज्ञ देश में पहली बार आयाेजित हाे रहा है। उन्हाेंने कहा कि जिस पर राजा सगर के पुत्रों की आत्मा की शांति के लिए भगीरथ ने यज्ञ कराया था। उसी प्रकार यह हम देश के विभाजन में मारे गए लाेगाें की आत्मा की शांति के लिए आयाेजित कर रहे हैं। उनकी मानें ताे देश विभाजन के समय तकरीबन 20 लाख लोगों मारे गए थे। इस यज्ञ में 15 जून को प्रातः आठ बजे से हवन यज्ञ, तर्पण और संध्या चार बजे से प्रवचन जबकि 16 जून को सुबह 9 बजे से गीता पाठ के साथ महायज्ञ का समापन होगा। अंतिम दिन दोपहर एक बजे महाप्रसाद का वितरण होगा। इस महायज्ञ काे सफल बनाने में अध्यक्ष रामेश कुमार के साथ एके श्रीवास्तव, शिवपूजन सिंह, मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव, कन्हैया दुबे, सतीश सिंह, अनिता सिंह, दिनेश सिंह का महत्वपूर्ण याेगदान है।
JHARKHAND : देश के विभाजन के दाैरान 1947 में मारे गए लाेगाें की आत्मा की शांति के लिए आदित्यपुर में शुरू हुआ तीन दिवसीय यज्ञ
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