मास्को : रूस की राजधानी मॉस्को में ड्रोन हमला हुआ है। घटना शनिवार देर रात से रविवार की सुबह के बीच हुआ है। रूस ने इस हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। उसे गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह हमला उस वक्त हुआ, जब रूस का एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय था।
बाद भी रूस इस हमले को नहीं रोक पाया। यह तीसरा ड्रोन हमला है। जिसमें दो इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं और कुछ लोगों को हल्की चोटें आयी हैं। हालांकि जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं इस घटना के कुछ देर बाद ही ड्रोन हमले का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मॉस्को के मेयर ने भी हमले की पुष्टि की है। वहीं सेना को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मास्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद :
ड्रोन हमले के बाद रूस ने अपने सबसे बड़े मास्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बंद कर दिया है। यहां से अभी किसी प्रकार की कोई उड़ान नहीं भरी जा रही है। वहीं इस हमले ने रूस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। एयर डिफेंस सिस्टम की सक्रियता के बावजूद रूस ड्रोन हमले को नहीं रोक सका।
एक दूसरे ड्रोन को नष्ट करने का दावा :
मॉस्को मेयर सर्गेई सोबयानिन ने मॉस्को की दो इमारतों पर ड्रोन हमले की जानकारी दी है। हालांकि उन्होंने हमले में अधिक नुकसान नहीं होने की बात कही है। हमला रविवार सुबह के समय हुआ है। रूस रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि रूस एयर डिफेंस ने एक यूक्रेनी ड्रोन को पश्चिमी मॉस्को में नष्ट किया है। बीते हफ्ते मॉस्को में दो ड्रोन हमले हो चुके हैं। इसका आरोप भी यूक्रेन पर लगा था।
राजधानी मॉस्को पर लगातार हो रहे ड्रोन हमले
हाल के महीनों में रूस की राजधानी मॉस्को पर कई ड्रोन हमले हुए हैं। बीती तीन मई को भी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास पर ड्रोन हमला हुआ था। रूस ने इसका आरोप यूक्रेन पर लगाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल रूस और रूस द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों पर सौ से ज्यादा ड्रोन हमले हुए हैं। रूस का कहना है कि चार जुलाई को भी राजधानी मॉस्को में अलग-अलग जगहों पर पांच ड्रोन हमले हुए थे।
रूस-यूक्रेन युद्ध में ड्रोन की अहम भूमिका, यूक्रेन कर रहा अमेरिकी ड्रोन का इस्तेमाल :
विदित हो कि जब रूस व यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ है। इसमें ड्रोन अहम भूमिका निभा रहे हैं। ब्रिटेन के एक थिंक टैंक रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट ने बीते दिनों एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बताया गया कि रूस यूक्रेन युद्ध में भारी संख्या में ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
दावा है कि इस युद्धक्षेत्र में हर महीने करीब 10 हजार ड्रोन्स का इस्तेमाल हो रहा है। यूरोपीय देशों, अमेरिका और अन्य देशों से यूक्रेन को बड़ी संख्या में ड्रोन्स मिल रहे हैं। अब रूस की सेना भी बड़ी मात्रा में ड्रोन्स की खरीद कर रही है।
रूस ने अमेरिका पर लगाए आरोप :
विदित हो कि रूस ने बीते दिनों कहा था कि उसने यूक्रेन के पांच ड्रोन गिरा दिए हैं। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसे हमले नाटो सहयोगियो और अमेरिका की मदद के बगैर संभव नहीं है। अमेरिका और नाटो सहयोगी कीव शासन की मदद कर रहे हैं। रूस ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने यूक्रेन की सीमा से लगे दक्षिणी रोस्तोव क्षेत्र में दो यूक्रेनी मिसाइलों को रोका है। इसमें तगानरोग शहर पर मलबा गिरने के कारण लगभग 16 लोग घायल हो गए थे। विदित हो कि हाल के दिनों में रूस पर ड्रोन हमले बढ़े हैं।
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