लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में हिमालयी ग्रिफन गिद्ध के आसमान से गिरने की घटना ने वन विभाग को चौंका दिया है। आसमान से गिरा पक्षी बुरी तरह घायल था। यह पक्षी देवा वन रेंज के धन्नाग तीर्था क्षेत्र में मिला, जिसे रेस्क्यू कर वन रेंज में इलाज के लिए लाया गया। गिद्ध को बिजली के तार से टकराकर चोटें आईं। इस संकटग्रस्त प्रजाति का मिलना वन विभाग के लिए एक चौंकाने वाली घटना रही।
वन विभाग इस बात से उत्साहित है कि हाल ही में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सैकड़ों गिद्धों के झुंड देखे गए हैं। हिमालयी ग्रिफन गिद्ध, जिसे अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा “नजदीकी संकट” श्रेणी में रखा गया है, आमतौर पर हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है और इसकी संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बिजली के तार जैसे मानव निर्मित खतरे इन पक्षियों के लिए गंभीर समस्या बन चुके हैं।
धन्नाग तीर्था से किया गया रेस्क्यू
बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप ने बताया कि कल एक हिमालयी गिद्ध को धन्नाग तीर्था से रेस्क्यू किया गया। इसके दोनों पैरों में चोटें आई हैं और इसका इलाज चल रहा है। हाल के दिनों में बाराबंकी जिले में काफी संख्या में गिद्ध देखे गए हैं।
पक्षियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए एक बनाई विशेष टीम
इस पर ध्यान देते हुए वन विभाग ने इन पक्षियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए एक विशेष टीम बनाई है। जहां पूरे देश में गिद्धों की संख्या घट रही है, वहीं बाराबंकी जिले में कुछ अलग तस्वीर देखने को मिल रही है। पिछले महीने, उत्तर प्रदेश के जहांगीराबाद कस्बे के बंबोरा गांव में गिद्धों का एक समूह एक शव पर भोजन करते हुए देखा गया था। इसके अलावा, हैदरगढ़ और दारियाबाद जैसे अन्य शहरों में भी गिद्धों के झुंडों को पेड़ों पर बैठते हुए देखा गया है।

 
														
