अयोध्या : ऐतिहासिक शहर अयोध्या में एक अंतरराष्ट्रीय राम कथा म्यूजियम का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है, जिसमें भगवान राम से जुड़ी नायाब चीजों को प्रदर्शित किया जाएगा। यह म्यूजियम रामायण, राम जन्मभूमि और राम कथा से जुड़ी अनमोल धरोहरों को संजोएगा और पर्यटकों के लिए 2025 के अंत तक खोल दिया जाएगा। म्यूजियम में रामायण के विभिन्न पहलुओं और राम जन्मभूमि से जुड़े महत्वपूर्ण वस्तुओं की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, ताकि पर्यटकों को यहां भगवान राम की प्रेरणा और उनके जीवन की गहरी समझ प्राप्त हो सके।
म्यूजियम की संरचना और विशेषताएं
इस म्यूजियम में 16 गैलरी और 5 डिजिटल गैलरी का निर्माण किया जा रहा है। प्रत्येक गैलरी में रामायण और राम जन्मभूमि से जुड़े अनमोल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अवशेषों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस म्यूजियम में खासकर राम जन्मभूमि से संबंधित वस्तुएं, रामायण की पुरानी पांडुलिपियाँ और राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े 30,000 से अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेजों को रखा जाएगा। इन गैलरियों में पर्यटकों को न सिर्फ दृश्यात्मक अनुभव मिलेगा, बल्कि एक डिजिटल गैलरी भी तैयार की जा रही है, जिसमें हनुमान पर आधारित एक विशेष गैलरी का निर्माण किया जाएगा।
निर्माण कार्य की स्थिति और आगामी योजनाएं
हाल ही में मंदिर निर्माण समिति की एक बैठक में म्यूजियम के निर्माण पर गहन चर्चा हुई। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि निर्माण कार्य में अभी कुछ कार्य शेष हैं, लेकिन अब तक इस बात पर चर्चा की गई है कि कौन-कौन सी चीजें गैलरियों में रखी जाएं, किस गैलरी में एसी की आवश्यकता होगी, और प्रत्येक गैलरी में लाइटिंग और तकनीकी माध्यमों का किस तरह से इस्तेमाल किया जाएगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि म्यूजियम के कुछ गैलरी 2025 के अंत से पहले खोल दिए जाएंगे, ताकि लोग समय से पहले इस अद्भुत संग्रहालय का दौरा कर सकें।
म्यूजियम का महत्व और धार्मिक पर्यटन का बढ़ता उत्साह
यह म्यूजियम न केवल अयोध्या बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल होगा। रामायण के महत्व और भगवान राम की गाथाओं को संरक्षित करने के लिए यह म्यूजियम एक अद्वितीय प्रयास है। इस म्यूजियम के खुलने के बाद अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी, जिससे शहर के विकास और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक पहचान मिलेगी।