- विश्वविद्यालय प्रशासन पर पुलिस के सहयोग से आंदोलन को कुचलने का आरोप
रांचीः झारखंड विश्वविद्यालय और महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (SKMU) प्रशासन पर कर्मचारियों के शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने का आरोप लगाया है। इसे लेकर महासंघ ने 15 एवं 16 जनवरी को सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की है। महासंघ के महामंत्री विश्वंभर यादव ने कहा है कि पिछले एक महीने से जारी शांतिपूर्ण आंदोलन को 10 जनवरी की रात करीब 8 बजे पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने मिलकर जबरन तोड़ दिया। इस दौरान विश्वविद्यालय का ताला तोड़ने की कार्रवाई के खिलाफ कर्मचारियों में आक्रोश है। कर्मचारियों का कहना है कि यह कदम गरीब और निरीह कर्मचारियों के खिलाफ उठाया गया है।
कर्मचारियों की मांगें
कर्मचारियों ने 7वें वेतनमान में वेतन निर्धारण, एसीपी/एमएसीपी लागू करने और सेवा निवृत्ति की आयु सीमा 62 वर्ष करने की मांग की है। इन मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के गेट पर अब भी आंदोलन जारी है।
महासंघ की कड़ी प्रतिक्रिया
झारखंड विश्वविद्यालय और महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की है। महासंघ के प्रमुख नेताओं ने कहा है कि अगर कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी गईं, तो 15 और 16 जनवरी को सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों के शिक्षकेतर कर्मचारी सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे।
अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
महासंघ के महामंत्री विश्वंभर यादव और अन्य नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार और प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो राज्यभर के सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति के लिए राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होंगे।