RANCHI: भाजपा प्रदेश महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस पर पिछड़ा विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा हमेशा से पिछड़ा वर्ग के खिलाफ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को वास्तव में पिछड़ों की चिंता है, तो राज्य सरकार को आगामी नगर निकाय चुनावों में पिछड़ा वर्ग के लिए 27% आरक्षण की घोषणा करनी चाहिए। केवल घड़ियाली आंसू बहाकर पिछड़ों का भला नहीं होगा।
मंडल आयोग की रिपोर्ट को दबाया
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी भी पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं दिया और मंडल आयोग की रिपोर्ट को वर्षों तक दबाए रखा। साथ ही कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एक परिवार को महिमा मंडित करने के लिए पिछड़ा समाज के विद्वान नेताओं को अपमानित किया। सांसद ने हेमंत सोरेन सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पंचायत चुनावों में पिछड़ों को आरक्षण नहीं दिया गया। ट्रिपल टेस्ट प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हुई, जो आरक्षण लागू करने के लिए संवैधानिक आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो स्वयं पिछड़े वर्ग से आते हैं के नेतृत्व में पिछड़ों का उत्थान सुनिश्चित किया जा रहा है। कांग्रेस अगर वास्तव में पिछड़ों की हितैषी है, तो उन्हें आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए, न कि केवल बयानबाजी करनी चाहिए।