सेंट्रल डेस्क : अफगानिस्तान में आज सुबह 5.16 बजे 4.7 की तीव्रता से भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। ये झटके इतने अचानक आए कि लोग गहरी नींद में सो रहे थे, जब धरती के हिलने से उनके घरों में रखी चीजें हिलने लगीं। हालांकि, अब तक इस भूकंप के कारण किसी के हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है। भूकंप का केंद्र लगभग 180 किलोमीटर की गहराई में था। इससे पहले 13 मार्च को भी अफगानिस्तान में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था, लेकिन तब भी कोई बड़ी क्षति नहीं हुई थी।
म्यांमार और थाइलैंड में भूकंप से भारी तबाही
इससे कुछ ही समय पहले म्यांमार और थाइलैंड में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। म्यांमार में आए भूकंप के कारण अब तक कम से कम 144 लोगों की मौत हो चुकी है। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था और इसकी तीव्रता 7.7 रही। गहराई भी केवल 10 किलोमीटर थी, जिससे झटके अधिक महसूस हुए और कई बड़ी इमारतें चंद सेकंडों में मलबे में तब्दील हो गईं। सड़कों में बड़े गहरे गड्ढे हो गए और चारों ओर तबाही का मंजर था। थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी इस भूकंप के कारण भारी नुकसान हुआ है।
भारत ने म्यांमार के लिए भेजी राहत सामग्री
भारत ने म्यांमार के लिए मदद भेजने का फैसला लिया है। IAF के C-130J विमान से लगभग 15 टन राहत सामग्री म्यांमार भेजी जा रही है, जिसमें टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, तैयार भोजन, पानी के फिल्टर, हाइजीन किट, सोलर लाइट, जेनरेटर सेट, और आवश्यक दवा (जैसे पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने) शामिल हैं। यह सामग्री म्यांमार के प्रभावित इलाकों में भेजी जा रही है, ताकि वहां के लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
भूकंप से उत्पन्न संकट
भूकंप के झटकों ने लोगों को डरा दिया है, लेकिन अभी तक इससे हुई क्षति और हताहतों की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि जैसे-जैसे राहत और बचाव कार्य शुरू होंगे, भूकंप से होने वाले वास्तविक नुकसान का आकलन किया जा सकेगा।