भुवनेश्वर/Allegation of Beating: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित दास के खिलाफ गंभीर आरोप लगा है। ओडिशा राजभवन के सहायक अनुभाग अधिकारी बैकुंठ प्रधान ने दावा किया है कि सात जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा के निरीक्षण के दौरान दास के बेटे ललित कुमार और उनके पांच साथियों ने उनके साथ मारपीट की थी।
शनिवार को इस मुद्दे को लेकर राजभवन के बाहर प्रदर्शन हुआ। बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस समेत ओडिशा के विपक्षी दलों ने पुरी में राजभवन के एक सहायक अनुभाग अधिकारी पर कथित हमला को लेकर राज्यपाल रघुवर दास के बेटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस की युवा शाखा एवं छात्र शाखा एनएसयूआई ने मांग की कि ललित कुमार के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाए।
उन्होंने पुलिस कार्रवाई में देरी की आलोचना की और कुमार की गिरफ्तारी तक प्रदर्शन जारी रखने का निश्चय किया। पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष याशिर नवाज ने कहा, ‘‘राज्यपाल के बेटे ने अपने दोस्तों और निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर एक अधिकारी पर हमला किया। छह दिन गुजर गए लेकिन कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है।
वरिष्ठ कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बाहिनीपति ने कुमार की गिरफ्तारी में रूकावट डालने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप किये जाने का आरोप लगाया और तत्काल कार्रवाई पर जोर दिया। बीजद के प्रताप केशारी देब ने भी इस घटना की निंदा की और पुलिस की ‘निष्क्रियता’ पर सवाल उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन माझी से इंसाफ सुनिश्चित करने की अपील की।
देब ने कहा, ‘‘प्रधान भले ही निचले स्तर के कर्मी हों लेकिन यह घटना कोई मामूली घटना नहीं है। एक सरकारी अधिकारी के प्रति राज्यपाल के बेटे का आचरण निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
बीजद नेता ने कहा, ‘‘गृह और सामान्य प्रशासन विभागों का प्रभार भी संभाल रहे मुख्यमंत्री ने गरीबों और आम लोगों के लिए इंसाफ सुनिश्चित करने पर लगातार बल दिया है। लेकिन अब इस मामले में न्याय देने की सरकार की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।’’
प्रधान की पत्नी सयोज ने आरोप लगाया कि परिवहन के इंतजाम से असंतुष्ट कुमार ने उनके पति को निशाना बनाया। उन्होंने उनके पति की शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं किये जाने पर अपनी निराशा जतायी एवं इंसाफ की मांग की।
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘सात जुलाई की रात को जब प्रधान अपने कार्यालय में थे, तब कुमार और उनके साथी उन्हें जबरन अपने कमरे में ले गए और उन पर हमला किया।’’
जब सयोज से इस घटना की वजह के बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ राज्यपाल के बेटे परेशान थे क्योंकि मेरे पति ने उन्हें लाने के लिए लक्जरी (शानदार) गाड़ी का इंतजाम नहीं किया था।’’
राज्यपाल के प्रधान सचिव से की गयी अपनी शिकायत में बैकुंठ प्रधान ने उनके साथ मारपीट का विस्तार से ब्योरा दिया एवं यह भी कहा कि इस घटना के दौरान कुमार ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी कथित रूप से दी।
प्रधान ने कहा, ‘‘ उन्होंने मुझे थप्पड़ मारा…शरीर पर जहां-तहां लात मारी।’’ ‘ओडिशा सेक्रेटेरियेट सर्विस एसोसिएशन’ ने मुख्यमंत्री से इस मामले में दखल देने की अपील की है लेकिन अब तक न तो कुमार ने और न ही राज्यपाल कार्यालय ने इन आरोपों के संबंध में कोई बयान जारी किया है।
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