नई दिल्ली, 9 मई: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच देशभर में 24 हवाई अड्डों को एहतियातन बंद कर दिया गया है, जिससे हवाई यातायात पर बड़ा असर पड़ा है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर देखने को मिला, जहां शुक्रवार को सुबह 5:00 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक कुल 138 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
इनमें 4 अंतरराष्ट्रीय आगमन, 5 अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान, 63 घरेलू आगमन और 66 घरेलू प्रस्थान उड़ानें शामिल थीं। इसके अलावा 200 से अधिक उड़ानों में भारी देरी दर्ज की गई, जिससे हजारों यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध और सुरक्षा सख्ती बनी बाधा
उड़ानों में रद्दीकरण और देरी का मुख्य कारण भारत-पाक तनाव के चलते हवाई क्षेत्र पर लगाए गए अस्थायी प्रतिबंध, सुरक्षा जांच में बढ़ोतरी और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) द्वारा निगरानी में सख्ती बताया जा रहा है।
दिल्ली एयरपोर्ट की सामान्य क्षमता जहां प्रति घंटे 46 आगमन की होती है, वहीं वर्तमान में यह घटाकर 32 आगमन प्रति घंटा कर दी गई है। इससे भी उड़ानों के संचालन में बाधा आ रही है।
रनवे 10/28 फिर से चालू, मिली थोड़ी राहत
गौरतलब है कि रनवे 10/28, जो अप्रैल 2025 में रखरखाव के लिए बंद किया गया था, अब फिर से चालू कर दिया गया है। इससे आंशिक रूप से उड़ान संचालन को राहत मिली है, लेकिन सुरक्षा कारणों से पूर्ण संचालन अब भी संभव नहीं हो पा रहा है।
यात्रियों की सहायता के लिए 24/7 वॉर रूम की स्थापना
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उड़ान रद्द होने से प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिए 24/7 वॉर रूम की स्थापना की है। यह सुविधा रिफंड और वैकल्पिक यात्रा प्रबंध सुनिश्चित करने का कार्य करेगी। मंत्रालय ने यह भी निर्देश दिए हैं कि रिफंड प्रक्रिया को 7 दिनों के भीतर पूरा किया जाए।
इंडिगो, स्पाइसजेट और एयर इंडिया जैसी प्रमुख एयरलाइंस यात्रियों को पूर्ण रिफंड या वैकल्पिक उड़ानों की सुविधा टर्मिनल 2 और 3 से प्रदान कर रही हैं।
यात्रियों से अनुरोध
दिल्ली हवाई अड्डा प्रबंधन और एयरलाइंस ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति जानने के लिए संबंधित एयरलाइंस की वेबसाइट, मोबाइल ऐप या हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क बनाए रखें।