

नई दिल्ली : म्यांमार में शुक्रवार रात एक शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई। रिक्टर पैमाने पर 7.7 की तीव्रता से आए इस भूकंप ने सैकड़ों इमारतों को ढहा दिया और अब तक 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही, 1500 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। राहत कार्य तेज़ी से चल रहे हैं, लेकिन स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।

म्यांमार में शुक्रवार रात 11:56 बजे (स्थानीय समय) एक शक्तिशाली भूकंप आया। इसका केंद्र सागैंग शहर के उत्तर-पश्चिम में था, और इसकी गहराई 10 किलोमीटर रही। इस भूकंप के बाद, कुछ ही मिनटों में 6.4 की तीव्रता का एक आफ्टरशॉक भी आया। भूकंप से म्यांमार के कई हिस्सों में सैकड़ों इमारतें जमींदोज हो गईं, जिससे भारी जनहानि हुई है। सैन्य शासन ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल घोषित कर दिया है, और अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने बताया कि म्यांमार में शुक्रवार को रात 11:56 बजे (स्थानीय समयानुसार) फिर भूकंप आया और रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई पर था.

भारत ने शुरू किया ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’
विनाशकारी भूकंप का दंश झेल रहे म्यांमार की मदद के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत वायुसेना विमान से तत्काल 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है, जो यांगून पहुंच चुकी है। भारत ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) का 80 सदस्यीय खोज एवं बचाव दल नेपीडॉ भेजा है, जो म्यांमार में बचाव कार्यों में सहायता करेंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
पीएम मोदी ने सैन्य सरकार के प्रमुख से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सैन्य नेतृत्व वाली म्यांमार सरकार के प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग (Min Aung Hlaing) से फोन पर बात की. पीएम मोदी मदद का पूरा आश्वासन दिया और कहा कि भारत शक्तिशाली भूकंप से हुई तबाही से निपटने में म्यांमार के साथ एकजुटता से खड़ा है।
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप से हुई मौतों पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस मुश्किल घड़ी में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप से निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गई, जिसमें 43 श्रमिक फंस गए।
हम मदद करेंगे : ट्रंप
दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में भूकंप से तबाही पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका म्यांमार की मदद करेगा। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि हम मदद करेंगे क्योंकि ढही हुई इमारतों, गिरे हुए पुलों और टूटी हुई सड़कों की तस्वीरें सामने आई हैं।
