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Arka Jain University News : AJU के निदेशक डॉ. अमित श्रीवास्तव ‘चाणक्य पुरस्कार 2025’ से सम्मानित

* गोवा में 19वें वैश्विक संचार सम्मेलन के दौरान मिला सम्मान…

by Anand Mishra
Arka Jain University Dr Amit Kumar Srivastava Chanakya Award
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Jamshedpur (Jharkhand) : जमशेदपुर स्थित अर्का जैन विश्वविद्यालय (AJU) के लिए यह अत्यंत गर्व का क्षण है। विश्वविद्यालय के निदेशक सह कुलसचिव डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव को भारतीय जनसंपर्क परिषद (PRCI) की ओर से देश के प्रतिष्ठित ‘चाणक्य पुरस्कार 2025’ से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट नेतृत्व और अद्वितीय योगदान के लिए प्रदान किया गया है।

डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव को यह गौरवशाली राष्ट्रीय सम्मान गोवा के पणजी में आयोजित 19वें वैश्विक संचार सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया। उन्हें चाणक्य राष्ट्रीय पुरस्कारों की 16वीं श्रृंखला में, “उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता” (Excellence in Higher Education) की अत्यंत प्रतिस्पर्धी श्रेणी में विजेता घोषित किया गया।

यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया-दूरदर्शिता का सम्मान

विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मान न केवल डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव के उत्कृष्ट नेतृत्व, दूरदर्शिता और अटूट समर्पण को रेखांकित करता है, बल्कि उच्च शिक्षा के मानकों को ऊंचा उठाने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। काउंसिल (PRCI) ने इस पुरस्कार को अर्का जैन विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता, नवाचार और उद्योग की सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रति पूर्ण समर्पण की पुष्टि बताया है।

विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कहा कि इस सम्मान से देश में अर्का जैन विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रभावशाली कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। डॉ. श्रीवास्तव जैसे उत्कृष्ट दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय न केवल क्षेत्रीय, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहा है और नित नई सफलता के पथ पर अग्रसर है।

डॉ. अमित श्रीवास्तव ने जताया अभार

सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने इस नामांकन और सहयोग के लिए पीआरसीआई झारखंड चैप्टर और उसके सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस उपलब्धि को केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे अर्का जैन विश्वविद्यालय और उसकी टीम की सामूहिक मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम बताया।

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