Jamshedpur : एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आयुष्मान मित्रों ने मानदेय भुगतान में लंबित राशि और मानसिक शोषण के खिलाफ सामूहिक हड़ताल का एलान कर दिया है। आयुष्मान मित्रों का कहना है कि बीते एक साल साल से उन्हें वेतन नहीं दिया गया। इससे उनके घर की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। आयुष्मान मित्रों ने एक साल का लंबित वेतन फौरन देने और अपने काम की रिपोर्टिंग क्लर्क टी त्रिपति राव के पास से हटा कर अधीक्षक या उप अधीक्षक के पास करने की मांग की है।
आयुष्मान मित्रों का कहना है कि उन्हें एमजीएम अस्पताल में मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। एक आयुष्मान मित्र शगुफ्ता परवीन को राशन कार्ड के वेरीफिकेशन के काम पर लगा दिया गया था।
वह सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक यह काम करती थीं। छह महीने तक उनसे राशन कार्ड का वेरिफिकेशन कराया गया। अब उन पर काम नहीं करने का आरोप लगाया जा रहा है और कहा जा रहा है कि उन्हें आयुष्मान मित्र के पद से हटा दिया जाएगा। यह अन्याय है। जितने दिन तक शगुफ्ता परवीन ने राशन कार्ड वेरिफिकेशन का काम किया, उन्हें कोई पैसा नहीं दिया गया। उन्हें यह पैसा दिया जाए।
उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा से पहले सभी लंबित भुगतान का निपटारा, नियमित मानदेय, कार्य की स्पष्ट जिम्मेदारी (Role & Responsibility) और रिपोर्टिंग सिस्टम में बदलाव उनकी प्रमुख मांगें हैं।
आयुष्मान मित्रों ने साफ कहा कि यदि 48 घंटे के भीतर लिखित रूप से मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो वे सभी सामूहिक इस्तीफा सौंप देंगे। शनिवार को 27 सितंबर 2025 दोपहर 2 बजे से ही यह हड़ताल शुरू हो गई है। इस स्थिति की पूरी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन और संबंधित अधिकारियों की होगी।
जिला प्रशासन से उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है और पूरे मामले में न्याय दिलाने की अपील की है। इस सूचना की प्रतिलिपि अपर मुख्य सचिव, निदेशक स्टेट हेल्थ एजेंसी, मिशन निदेशक एनएचएम, सिविल सर्जन, उप श्रम आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों, स्थानीय मीडिया और सामाजिक संगठनों को भी भेजी गई है।
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