JAMSHEDPUR: पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) के बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र स्थित सरकारी विद्यालयों में पदस्थापित शिक्षकों की लेट – लतीफी को लेकर स्थानीय विधायक समीर मोहंती ने सख्ती दिखाई है। उपायुक्त को एक पत्र लिख कर विधायक ने शिक्षकों की अनुपस्थिति व लापरवाही से अवगत कराया है। साथ ही उपायुक्त को इस पर तत्काल कार्रवाई का करने का निर्देश दिया है।

विधायक ने पत्र में कहा है, “बहरागोड़ा विधानसभा के अंतर्गत संचालित विद्यालयों में बहुत से शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी रोज बाहर से आ-जाकर ड्यूटी करते हैं। इस अनुचित व्यवहार से उनके कर्तव्य के प्रति लापरवाही झलकती है। पठन-पाठन के अलावा शिक्षा स्तर सुधारने वाली योजनाएं क्रियान्वित नहीं हो पातीं। सुबह देरी से आने व शाम जल्दी लौटने से मिड-डे मील, खेलकूद, डिजिटल क्लास व अभिभावक बैठकें प्रभावित हो रही हैं।” ऐसे में प्रशासन तत्काल यह सुनिश्चित कराए कि जमशेदपुर या अन्यत्र से आने-जाने वाले सभी शिक्षक-कर्मचारी अपने कार्यस्थल या प्रखंड मुख्यालय में स्थायी रूप से रहें।
जानकारी के अनुसार विधायक समीर मोहंती का पत्र प्राप्त होते ही जिला प्रशासन की ओर से जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को निर्देश जारी कर दिया गया है। इसमें डीईओ को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि शिक्षक अपने प्रखंड में रहें।
अधिकतर शिक्षक रहते हैं जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम जिले की बात करें तो जमशेदपुर को छोड़ जितने भी प्रखंड हैं, वहां के सरकारी स्कूलों में पदस्थापितकरीब 40 प्रतिशत से अधिक शिक्षक जमशेदपुर में रहते हैं। वे जमशेदपुर से ही आते-जाते हैं। इसकी वजह से कई शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं पहुंच पाते हैं, खासकर ऐसे शिक्षक जो बहरागोड़ा, चाकुलिया या मुसाबनी जैसे प्रखंड के सुदूरवर्ती विद्यालयों में पदस्थापित हैं। इसकी शिकायत कई बार शिक्षा विभाग तक पहुंची, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
क्या है नियम
सरकारी कर्मचारी व अधिकारियों को लेकर यह नियम हैं कि अगर वे प्रखंड में पदस्थापित हैं तो उन्हें अपने प्रखंड में और जिले में पदस्थापित हैं तो अपने जिले में ही आवास लेकर रहना है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सरकारी कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी शहर में घर लेते हैं और वहीं से आना जाना करते हैं। इसकी मुख्य वजह परिवार की सुरक्षा व बच्चों की पढ़ाई होती है।
READ ALSO: