जशेदपुर: देशभर में में आज ईद-उल-अजहा गुरूवार को मनाई जा रही है। जमशेदपुर के साकची आमबगान, धतकीडीह, जुगसलाई व मानगो ईदगाह में सुबह 7.30 बजे मुख्य नमाज हुई। हालांकि शहर के मस्जिदों में नमाज अदा करने का सिलसिला सुबह 5.25 बजे से शुरू हो गया। नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ।
ईदगाह पर हजारों नमाजियों ने एकसाथ नमाज पढ़ी और देश-दुनिया में अमन-चैन की दुआएं मांगी। नमाज से पहले शहर तकरीरें कीं गयी। बकरीद को लेकर मुस्लिमजनों में उत्साह का माहौल है।
लोग एक दूसरे को गले मिल बधाई देते नजर आए। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल थे। बकरीद के त्योहार का मुस्लिम धर्म (Muslim Religion) में बहुत महत्व है। इस त्योहार को ईद-उल-अजहा या कुर्बानी का त्योहार भी कहा जाता है। रमजान (Ramadan) के पवित्र महीने के ठीक 70 दिन बाद बकरीद मनाई जाती है।
शहर के कुछ प्रमुख मस्जिदों में इस समय हुई नमाज:
कपाली मस्जिद: सुबह 5.25 बजे
मस्जिद ए मोहम्मदी जाकिरनगर: सुबह 5.30 बजे
अबू बकर मस्जिद जुगसलाई: सुबह 5.45 बजे
सल्फिया मस्जिद मानगो: 5.45 बजे
जामा मस्जिद अहले हदीस जाकिरनगर: सुबह 6 बजे
जामा मस्जिद जुगसलाई: सुबह 7 बजे
धतकीडीह मस्जिद: सुबह 7 बजे
मस्जिद अक्सा धतकीडीह: सुबह 7.30 बजे
कुर्बानी को लेकर वक्फ बोर्ड की एडवायजरी
देश भर में ईद पर कुर्बानी को लेकर वक्फ बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कुर्बानी के वीडियो, ऑडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करने की समझाइश दी गई है।
:: कुर्बानी की जगह को चारों ओर से दीवार या टीन शेड से मजबूती से बंद रखें। उक्त जगहों पर जरूरी दवाओं का छिड़काव भी कराएं।
:: कुर्बानी के लिए चयनित स्थानों पर ही कुर्बानी करें। कुर्बानी के जानवर की अनुपयोगी चीजों को सुरक्षित एवं नगरीय निकाय द्वारा रखे कंटेनर या चयनित स्थान पर ही डालें।
:: प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी किसी सूरत में न करें। सरकारी आदेशों का सख्ती से पालन करें।
:3 कुर्बानी का कोई भी वीडियो, फोटो या ऑडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल न करें।