हिसार : हरियाणा के हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला सामने आया है। यहां के रनवे और आसपास के इलाकों में जंगली जानवरों जैसे नीलगाय, सूअर, तीतर और कुत्ते घूमते हुए पाए गए, जो राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। राष्ट्रपति हाल ही में गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने के लिए हिसार आई थीं। एयरपोर्ट के रनवे पर इस तरह के वन्य जीवों का विचरण सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक को दर्शाता है।
हो सकती थी अनहोनी
राष्ट्रपति के हिसार आगमन के समय एयरपोर्ट के रनवे पर जंगली जानवरों का घूमना किसी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता था। खासकर विमान की लैंडिंग या टेकऑफ के दौरान इन जानवरों की उपस्थित होने से बड़ा हादसा हो सकता था। यह सुरक्षा में चूक को लेकर गहरी चिंता का विषय बन गया है।
एयरपोर्ट प्रशासन की लापरवाही
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए हिसार आईं थीं। जानकारी के अनुसार, एयरपोर्ट को जल्द ही उड़ान के लिए लाइसेंस मिलने की उम्मीद है, और यहां सेना ने अपने लड़ाकू विमानों का परीक्षण भी किया है। इसके बावजूद एयरपोर्ट के प्रशासन द्वारा जंगली जानवरों के साथ इस तरह की लापरवाही बरती गई, जो बेहद चिंता का विषय है।
वन्यजीवों को बाहर निकालने में असफल टीमें
जब राष्ट्रपति का आगमन हुआ था, उससे पहले 8 मार्च को, यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन, एयरपोर्ट पर कई विभागों की संयुक्त टीमों ने जंगली जानवरों को पकड़ने और उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकालने का प्रयास किया था। हालांकि, यह प्रयास असफल रहा, और वन्य जीवों का विचरण जारी रहा। वन विभाग ने भी इस इलाके में पहले से वन्यजीवों के निवास का जिक्र किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन जानवरों को एयरपोर्ट से बाहर निकालना एक बड़ी चुनौती है।
आगामी उड़ानों के लिए खतरा
हिसार एयरपोर्ट पर आगामी मार्च और अप्रैल में कई राज्यों के लिए हवाई सेवाएं शुरू होने की संभावना है। ऐसे में जंगली जानवरों का इस एयरपोर्ट के आसपास रहना और उड़ान भरने के लिए तैयार एयरपोर्ट की सुरक्षा को खतरे में डालता है। अगर इस मामले में जल्दी सुधार नहीं किया गया, तो यह किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकता है।