नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK ) को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि POK जल्द और अपने आप ही भारत में शामिल हो जाएगा। पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह के इस बयान के बाद POK पर नये सिरे से बहस शुरू हो गई
है। उन्होंने कहा कि “थोड़ा इंतजार करिए… कुछ दिन बाद POK भारत में मिल जाएगा।” यह बयान भारतीय जनता के बीच एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गया है। POK यानी पाक- अधिकृत क़श्मीर, भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। जिसपर पाकिस्तान ने अपना क़ब्ज़ा जमाया हुआ है। इस क्षेत्र में भारत-पाक संघर्ष के कई दशकों से अधिकार की बातचीत हो रही है।
विशेषज्ञों की माने तो वीके सिंह के बयान का मकसद संघर्ष के बगैर POK को भारत में मिलाने का माहौल बनाना हो सकता है। इसके पीछे कई गहरे राजनीतिक और सुरक्षा कारक माने जा रहे हैं। पूर्व सेना प्रमुख के इस बयान के बाद यह कयास लगाये जा रहे हैं कि भारतीय सरकार और सुरक्षा अधिकारियों ने POK के प्रति नई सोच और रणनीतियों का अन्वेषण किया है। इस समय वक़्त बदल गया है। भारत POK को लेकर कोई भी कठिन फैसला ले सकता है।
इस बयान से साफ़ होता है कि भारत अपने भूमि के लिए संघर्ष को हल करने के लिए नई दिशा में कदम बढ़ा सकता है। यह बयान भारतीय सुरक्षा और विदेश नीति में बड़ा परिवर्तन दर्शाता है। राजनीतिक और विदेश मामलों के विशेषज्ञ डॉ. ओम प्रकाश मिश्रा की माने तो आने वाले दिनों में पाकिस्तान के साथ संबंधों में भी बदलाव की संभावना है। POK के बारे में वीके सिंह के बयान ने भारतीय जनता में एक नई उम्मीद जगा दी है। लोग अब देखना चाहते हैं कि सरकार किस तरीके से इस मुद्दे को हल करने का प्रयास कर रही है
विदेश मामलों के जानकार एसके सिंह की माने तो इस बयान के पीछे की रणनीति और विवादित मुद्दों को समझने के लिए और अधिक विस्तार से जानकारी की आवश्यकता है। POK के मामले में एक सुलझाव की प्रक्रिया मुश्किल हो सकती है, और इसके द्वारा बनाई गई रणनीति को बड़े ध्यान से विचारने की आवश्यकता है।
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