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सीएम नीतीश से लालू की मुलाकात के बाद बिहार में राजनीति हलचल तेज, हर दिन बन बिगड़ रहे समीकरण

by Rakesh Pandey
Bihar Politics News
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पॉलिटिकल डेस्क, पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू प्रमुख नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की। इसके बाद से बिहार की सियासी (Bihar Politics News) सरगर्मी तेज हो गई है। नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान लालू प्रसाद के बेटे एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ थे। बैठक के बाद अपने आवास लौटे तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा कि दरार की अफवाहें जमीनी हकीकत से अलग हैं।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे दुख होता है जब आप लोग ऐसे सवाल पूछते हैं, जो जमीनी हकीकत से बिल्कुल अलग होते हैं। आखिर इस बात को लेकर इतनी उत्सुकता क्यों है कि महागठबंधन में सीटों का बंटवारा कब अंतिम रूप ले सकता है? क्या भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने इसे अपने खेमे में सुलझा लिया है?

जदयू जल्द सुलझाना चाहती है सीट-बंटवारे का मुद्दा

माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में शामिल जनता दल (यूनाइटेड) के नेता सीट-बंटवारे को लेकर जल्द से जल्द फैसला किए जाने पर जोर डाल रहे हैं। हालांकि, कुछ दिन पहले ही लालू ने इन दावों को खारिज कर दिया था। अटकलें लगाई जा रही हैं कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी के रूप में 2019 के लोकसभा चुनाव में 16 सीटें जीतने वाला जदयू इस बार कम संख्या पर सहमत नहीं होगा। जबकि, साल 2019 में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाला राजद विधानसभा में अपनी बेहतर संख्या बल का हवाला देते हुए अधिक सीटें मांगेगा।

केंद्रीय गृह मंत्री के बयान ने बढ़ा दी है बिहार की राजनीतिक सरगर्मी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक हालिया साक्षात्कार में संकेत दिया है कि जदयू प्रमुख के लिए एनडीए के दरवाजे बंद नहीं हैं। शाह के बयान से जुड़े सवाल पर तेजस्वी ने चुटली लेते हुए कहा कि मुझे नहीं पता। हो सकता है कि आप लोगों को बेहतर जानकारी हो कि अमित शाह क्या कहना चाहते थे। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी सरकार चला रहे हैं, जो लोगों के लिए काम करने के एजेंडे से भटकेगी नहीं। राजद और जदयू मजबूती से एक साथ हैं और भाजपा को हराने के लिए लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे।

डोल रहा नीतीश कुमार का मिजाज (Bihar Politics News)

पूर्व में भाजपा के गठबंधन सहयोगी रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले साल अगस्त में भाजपा पर उनकी पार्टी जदयू को तोड़ने का आरोप लगाते हुए राजग से अलग हो गए थे। इसके बाद उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद शुरू की। कुमार ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के गठन में अहम भूमिका निभाई।

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