पॉलिटिकल डेस्क : कांग्रेस का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाली कांग्रेस की पूर्व महिला विधायक बिस्मिता गोगोई (Bismita Gogoi resign) ने बगैर नाम लिए पार्टी के कई सीनियर नेताओं पर गंभीर आरोप लगाया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे पार्टी के नेता उनके ब्लाउज पर बने कमल के फूल के बारे में बात करते थे।
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस में महिलाओं का सम्मान नहीं है। बता दें कि असम में कांग्रेस को झटका देते हुए कांग्रेस और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के कई बड़े नेता रविवार को करीब 150 लोगों के साथ गुवाहाटी में भाजपा में शामिल हो गए।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान घटी थी घटना
कांग्रेस की पूर्व महिला विधायक बिस्मिता गोगोई ने पत्रकारों को बताया कि कैसे ब्लाउज से जुड़ी घटना ने उन्हें प्रभावित किया था। उनके ब्लाउज के बारे में कांग्रेस के बड़े नेता तक बात कर रहे थे। मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि ब्लाउज पर कमल है या नहीं। मैंने कमल की डिजाइन वाला ब्लाउज पहना था, जो सामान्य बात है। मुझे यहां सार्वजनिक रूप से ब्लाउज के बारे में बात करने तक में परेशानी हो रही है।
उन्होंने बताया कि यह घटना भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुई थी, जो खुमतई में प्रदेश स्तर पर निकाली गई थी। यात्रा के दौरान मैंने वो ड्रेस पहनी थी। उन्हें लगा कि यह संकेत है कि मैं भाजपा में जाने की योजना बना रही हूं। यहां तक कि शीर्ष नेतृत्व भी इस मुद्दे पर राजीव भवन में बात कर रहा था। इस घटना से मुझे गहरा धक्का लगा था और रोना आ गया था।
कांग्रेस में महिलाएं सुरक्षित नहीं (Bismita Gogoi resign)
कांग्रेस नेत्री गोगोई ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक रंग इसलिए बदल लिया, क्योंकि कांग्रेस में महिलाएं अब सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि मेरा ब्लाउज भी कांग्रेस के भीतर चर्चा का विषय बन गया। मैं नाम नहीं ले सकती, लेकिन एक कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं बीजेपी में शामिल होऊंगी, क्योंकि मेरे ब्लाउज पर कमल का फूल है।
ऐसी पार्टी के साथ रहने का कोई मतलब नहीं है, जो महिलाओं का सम्मान नहीं करती। उन्होंने प्रदेश में हो रहे विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की सराहना की।
मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया
बिस्मिता गोगोई ने यहां तक कहा कि कांग्रेस आलाकमान भी ‘राजीव भवन’ में इस मुद्दे पर बात कर रहे थे। असम सरकार में मंत्री रहीं बिस्मिता गोगोई ने कहा कि यह घटना उनके लिए बहुत अपमानजनक थी, जब उन्हें इसके बारे में पता चला तो वह रो पड़ीं। बिस्मिता गोगोई ने कहा कि उन्हें न सिर्फ मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बल्कि पार्टी की आंतरिक बैठकों से भी दूर रखा गया। उन्होंने कहा कि यह एक महिला का अपमान है, इससे मुझे काफी दुख पहुंचा है।
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