लोहरदगा : जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत उगरा पंचायत के मुरपा बड़का टोली गांव निवासी केश्वर उरांव के पुत्र सुबोध उरांव (15 वर्ष) ने पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना पहली सितंबर की बताई जा रही है। घटना के पीछे यह बात सामने आया कि मृतक की बहन ने छोटे भाई से कहा कि स्कूल क्यों नहीं जाते हो।
इस बात से गुस्से में आकर सुबोध ने फांसी लगाकर की आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि सुबोध शुक्रवार की रात भोजन करने के बाद बिना किसी को कुछ कहे लगभग 11:00 बजे घर से निकला। जिसके बाद वह घर नहीं आया।
जिसके बाद स्वजनों ने सुबोध को काफी खोजबीन किया, परंतु कहीं कुछ पता नही चला। शनिवार सुबह जब ग्रामीणों उसके घर के नजदीक माटी टोंगरी पतरा में पेड़ से झूलते हुए लाश देखकर इसकी सूचना घर वालों को दी। जिसके बाद घर वाले वहां पहुंचकर देखा कि पेड़ से सुबोध लटका हुआ है।
जिसके बाद स्वजन पेड़ से रस्सी खोलकर सुबोध को नीचे उतारा। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना सेन्हा थाना पुलिस और जनप्रतिनिधियों को दिया। सूचना मिलते ही दलबल के साथ सेन्हा थाना पुलिस की टीम घटना स्थल पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम उपरांत स्वजनों को सौंपा।
बताया जाता है कि सुबोध उरांव का नामांकन वर्ष 2022 में राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय डांडू के आठवीं कक्षा में हुआ था। विद्यालय में नामांकन के बाद सुबोध आठ दिन स्कूल जाने के बाद वह घर में बिना किसी को बताए प्रदेश चला गया था। खोजबीन करने पर घर वालों को पता चला कि वह बनारस में किसी ईंट भट्ठा में काम करता है।
इसके बाद परिवार वाले बनारस से वर्ष 2023 के मई माह में लेकर वापस घर लाएं। जिसके बाद भी वह स्कूल नहीं गया और घर में ही रहता था। इसी बीच सुबोध की बड़ी बहन ने कहा कि स्कूल क्यों नहीं जाते हो, बहन की इस बात से गुस्सा में आकर सुबोध पहली सितंबर की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
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सुबोध उरांव चार भाई और दो बहन में सबसे छोटा था। सुबोध के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद से स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, गांव में मातम छा गया है। इधर घटना की सूचना मिलते ही पंचायत की मुखिया बसंती देवी, पंचायत समिति सदस्य अफसाना खातून, समाजसेवी सगीर अंसारी मौके पर पहुंचकर शोक व्यक्त किया।