Bageshwr Dham : छतरपुर में श्री लक्ष्मी-नारायण महायज्ञ में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाकिस्तान पर तीखा हमला कियाश्री लक्ष्मी-नारायण महायज्ञ में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने किया पाक पर प्रहाररविवार को छतरपुर स्थित श्री लक्ष्मी-नारायण महायज्ञ के आयोजन में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाकिस्तान पर तीखा प्रहार किया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे, जिन्होंने इस महायज्ञ में भाग लेकर धार्मिक अनुष्ठान में आस्था व्यक्त की।
मीडिया से बातचीत में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाकिस्तान को ‘बिगड़ैल औलाद’ करार देते हुए भारतीय सेना की जमकर तारीफ की और गांव-गांव में रक्षा तैयारियां बढ़ाने का आह्वान किया।
भारतीय सेना की सराहना और पाकिस्तान पर कड़ा बयान
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन की आलोचना करते हुए कहा, “पाकिस्तान सुधर नहीं सकता, यह हमेशा हमारे खिलाफ काम करेगा। हमें भरोसा है कि चाहे कितने भी समझौते कर लें, लेकिन यह हमेशा सीजफायर का उल्लंघन करेगा। जब तक हम इनके घर में घुसकर जवाब नहीं देंगे, तब तक इन्हें समझ नहीं आएगा। भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास इससे बेहतर उपाय नहीं है।
कर्नल सोफिया कुरैशी को दी यह संज्ञा
इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारतीय सेना में अपनी कार्यशैली से एक मिसाल कायम करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “हमें गर्व है कि बुंदेलखंड की धरती, छतरपुर के नौगांव से भारतीय सेना में अपनी कार्यशैली से बेटियों के लिए मिसाल कायम करने वाली सोफिया कुरैशी ने यह साबित किया कि हमारी बेटियां बेटों से कम नहीं हैं। वे महारानी लक्ष्मीबाई का जीता-जागता उदाहरण हैं।”
पाकिस्तान में बिना युद्ध के जीत का जश्न
पंडित शास्त्री ने पाकिस्तान द्वारा बिना युद्ध के ‘जीत’ का जश्न मनाए जाने पर तंज कसते हुए कहा, “पाकिस्तान में पटाखे फोड़कर जश्न मनाए जा रहे हैं कि हम जीत गए। बिना लड़ाई के जीत का जश्न सिर्फ पाकिस्तान में ही मनाया जा सकता है।
गांव-गांव में रक्षा तैयारियों पर जोर
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारतीय सेना की तैयारियों पर जोर देते हुए कहा, “सेना की भर्ती से ज्यादा जरूरी है तैयारी, जो हर घर और गांव में होनी चाहिए। हमें प्रत्येक गांव, कस्बे में भारत के प्रति समर्पित बालक-बालिकाओं को ट्रेनिंग देनी चाहिए। ऐसे प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएं, जिससे जरूरत पड़ने पर गांव-गांव के नौजवान बॉर्डर पर जाकर 140 करोड़ लोगों की रक्षा कर सकें।”
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति लोगों की जागरूकता को भी बढ़ाया। उनका यह आह्वान भारतीय सेना की तैयारियों को सुदृढ़ करने और हर भारतीय नागरिक को अपने देश की रक्षा में योगदान देने की प्रेरणा देता है।