सेंट्रल डेस्क: UP Police : हर कोई यह चाहता है कि उसकी पत्नी पढ़ी-लिखी हो। पढ़ी लिखी होने के साथ ही नौकरी करनेवाली पत्नी की चाहत होती है। नौकरीवाली पत्नी मिल गई तो ठीक, नहीं तो पत्नी को नौकरीवाली बनाने की कोशिश की जाती है।
पत्नी को प्राइवेट या सरकारी नौकरी दिलाने के हर तरह के जतन किए जाते हैं। नौकरीवाली पत्नी की चाहत का होना कुछ गलत नहीं है लेकिन सिर्फ चाह लेने से सपना पूरा हो जाए, यह जरूरी नहीं है। कई बार यह चाहत भारी पड़ सकती है।
अच्छी सोच लेकिन जबर्दस्ती उचित नहीं
नौकरीशुदा पत्नी का होना एक तरह से स्टेटस सिंबल भी माना जाता है। पत्नी अगर पढ़ी-लिखी मिल गई तो उसे नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए कहना गलत नहीं। यहां यह भी ध्यान देना जरूरी है कि पत्नी भी ऐसा चाहे।
जोर-जबर्दस्ती का नतीजा अच्छा नहीं होता। यूपी में एक व्यक्ति का सपना था कि उसकी पत्नी पुलिस की वर्दी में नजर आए। इसके लिए उसने अपनी तरफ से तमाम जतन किए। वह किसी भी हाल में पत्नी को पुलिस की वर्दी पहना देखना चाहता था। इसके लिए उसने पत्नी को प्रतियोगी परीक्षा के लिए आवेदन भरवाया, एग्जाम भी दिलाया। लेकिन पत्नी पर इस चींज ने बुरा असर डाला। उसने एग्जाम हॉल में ऐसी चींज कर दी कि सभी चौक गये।
UP Police : बागपत जिले में पति की जिद पर परीक्षा देने पहुंची थी महिला
यह घटना उत्तर प्रदेश के बागपत की है। दरअसल उत्तर प्रदेश में 17 और 18 फरवरी को यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2024 की लिखित परीक्षा हुई। जिसमें बागपत की महिला परीक्षा देने के लिए सिर्फ इसलिए परीक्षा केंद्र पहुंच गई क्योंकि उसके पति की जिद थी।
पति की जिद पर महिला परीक्षा केंद्र तो पहुंच गई लेकिन परीक्षा हाल में प्रश्नपत्र मिलने के बाद इस के बाद उसने प्रश्न पत्र ही फाड़ दिया। पता चला कि पत्नी परीक्षा नहीं देना चाहती थी। उसके पति का ही सपना था कि उसकी पत्नी पुलिस की वर्दी में देखने का। इसके लिए पति ने अपनी ओर से जोर डालते हुए पत्नी का परीक्षा आवेदन भी भर दिया।
UP Police Recruitment : पति के जिद के कारण हुआ ऐसा
पत्नी के नही चाहने के बावजूद उसका पति उससे UP Police Recruitment परीक्षा देने की जिद कर रहा था। पति के जिद पर महिला एग्जामनेशन हॉल में पहुंच गयी। प्रश्न पत्र मिलते ही उसे फाड़ दिया और दुखी होकर खड़ी हो गयी। इससे वहां मौजूद अधिकारी सकते में आ गए। उसने प्रश्न पत्र फाड़ने का कारण पूछा, लेकिन उसने इसका जबाव नहीं दिया और चुपचाप खड़ी रही।
जिसके बाद अधिकारियों ने महिला को हॉस्पिटल पहुंचाया। कोतवाली प्रभारी बागपत राकेश शर्मा ने कहा कि जोर-जबरदस्ती एग्जाम दिलाने के कारण महिला डिप्रेशन में चली गयी थी। जिसके कारण उसने प्रश्न पत्र फाड़ दिया।
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