लगातार बारिश और भूमिगत आग से बढ़ा खतरा
रांचीः CCL (Central Coalfields Limited) की सौंदा डी परियोजना के समीप ची-पतरातू मार्ग (भुरकुंडा-सयाल) का एक हिस्सा पूरी तरह धंस गया है। यह हादसा तब हुआ जब लगातार हो रही भारी बारिश से रांची-पतरातू मार्ग का लगभग आधा हिस्सा अचानक मिट्टी में समा गया। इस कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
सीसीएल ने किया मार्ग बंद, स्थल को किया चिन्हित
घटना की गंभीरता को देखते हुए सीसीएल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रभावित स्थान को ईंटों और पत्थरों से घेरकर सील कर दिया है। साथ ही, सड़क के दोनों ओर चेतावनी चिह्न लगाए गए हैं ताकि राहगीरों और वाहनों को सतर्क किया जा सके और संभावित हादसों से बचा जा सके।
भूमिगत आग का खतरा, धंसान स्थल से उठ रहा धुआं
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हादसा केवल बारिश का परिणाम नहीं है, बल्कि इलाके में लंबे समय से हो रहे कोयले के अत्यधिक खनन का दुष्परिणाम है। हैरान करने वाली बात यह है कि जिस स्थान से सड़क धंसी है, वहां से लगातार धुआं उठ रहा है, जो भूमिगत आग की आशंका को बल देता है। जानकारों का कहना है कि यह आग भूमिगत कोयला खदानों में चल रहे दहन से उत्पन्न हो सकती है, जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।