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Chaibasa Education Department Salary Scam : चाईबासा शिक्षा विभाग में बकाया दिलाने के नाम पर 40 लाख रुपए अवैध वसूली, तीन शिक्षकों का वेतन रुका, DEO ने किया शोकॉज

* बकाया दिलाने के नाम पर अवैध वसूली का आरोप, DEO ने बताया झारखंड सरकारी सेवक नियमावली के प्रतिकूल कृत्य...

by Anand Mishra
Chaibasa Teacher Salary Scam
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Chaibasa Teacher Salary Scam (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के शिक्षा विभाग में एक गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के बकाया वेतन दिलवाने के नाम पर तीन शिक्षकों द्वारा कथित तौर पर लगभग 35 से 40 लाख रुपये की अवैध वसूली करने का खुलासा हुआ है। इस हैरान कर देने वाले घोटाले की पुष्टि जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) टोनी प्रेमराज टोप्पो ने शनिवार को की। विभाग के अनुसार, इन आरोपित शिक्षकों ने ऑनलाइन माध्यम से अन्य शिक्षकों से बड़ी रकम वसूल की थी।

इन तीन शिक्षकों पर लगा गंभीर आरोप

  • राकेश कुमार महतो : शिक्षक, मारवाड़ी प्लस टू उच्च विद्यालय, चक्रधरपुर
  • अलोका पुरती : शिक्षक, एसओई स्काट प्लस टू उच्च विद्यालय, चाईबासा (प्रतिनियुक्ति पर राजआनंदपुर विद्यालय)
  • नीलिमा मुक्ता पुरती : शिक्षक, प्रोजेक्ट प्लस टू उच्च विद्यालय, झीलरूवा गोइलकेरा (प्रतिनियुक्ति पर खूंटी विद्यालय)

स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के समूह की लिखित शिकायत के अनुसार, आरोपित शिक्षकों ने लाखों रुपये वसूल तो लिए, लेकिन अब तक यह राशि वापस नहीं की गई है। शिकायत मिलने पर विभागीय जाँच शुरू की गई, जिसमें आरोप सही पाए गए।

DEO का कड़ा रुख, वेतन रुका व 24 घंटे की मोहलत

DEO टोनी प्रेमराज टोप्पो ने इस कृत्य को अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए कहा कि विभाग ने पहले ही 12 सितंबर को स्पष्ट निर्देश दिया था कि कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से पैसा न माँगे। इसके बावजूद यह कृत्य झारखंड सरकारी सेवक नियमावली के प्रतिकूल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, विभाग ने तुरंत तीनों आरोपित शिक्षकों का अक्टूबर माह का वेतन रोक दिया है। साथ ही उन्हें 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण रिपोर्ट जमा करने और पिछले तीन महीने के बैंक स्टेटमेंट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। डीईओ ने कड़ी चेतावनी दी है कि यदि स्पष्टीकरण असंतोषजनक, झूठा या भ्रामक पाया गया, तो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें निलंबन समेत अन्य अनुशासनात्मक दंड शामिल होंगे। इस खुलासे के बाद जिलेभर में शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है।

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