Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर स्थित झुमका मोहल्ले से एक बेहद मार्मिक घटना सामने आई है। यहाँ 65 वर्षीय अर्जुन प्रसाद साव और उनकी कैंसर पीड़ित पत्नी शकुंतला देवी को अपने ही बेटे-बहू के खिलाफ न्याय मांगने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा। दोनों मंगलवार को पवन चौक पर धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि बेटा आलोक कुमार साव उर्फ सन्नी साव और बहू सुषमा देवी संपत्ति हड़पने की नीयत से उन पर लगातार अत्याचार कर रहे हैं।
पीड़ित अर्जुन साव ने बताया कि उनका बेटा आलोक कई बार उनके साथ मारपीट कर चुका है। पिछले साल की एक घटना में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं और उन्हें अपने ही घर से निकाल दिया गया था। इस संबंध में उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी आवेदन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जानलेवा हमला: कुकर से किया गया हमला
दंपति ने हाल की एक और चौंकाने वाली घटना का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 29 अगस्त, 2025 को एसडीओ कोर्ट से सुनवाई के बाद जब वे अपने वर्तमान निवास हांसदा भवन लौटे, तो आलोक और उसकी पत्नी सुषमा गुस्से में दरवाजा पीटते हुए अंदर घुस आए। सुषमा देवी ने शकुंतला देवी को घसीटने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी, “अब तुमलोगों को मरना होगा।”
सुनियोजित साजिश के तहत हमले का आरोप
जब अर्जुन साव बीच-बचाव करने आए, तो आलोक साव ने कुकर से उन पर हमला कर दिया, जिससे उनके सिर से खून बहने लगा और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ित दंपती का आरोप है कि यह हमला सिर्फ जान से मारने की नीयत से ही नहीं किया गया, बल्कि अदालत में चल रहे Eviction Suit (बेदखली के मुक़दमे) को कमजोर करने और गवाहों को डराने की एक सुनियोजित साजिश भी है। अर्जुन साव ने कहा कि उनका बेटा न तो उनका सम्मान करता है और न ही उनके भरण-पोषण का खर्च देता है। इस संबंध में वे अदालत में Maintenance Case भी दायर कर चुके हैं। वृद्ध दंपती ने प्रशासन से तत्काल सुरक्षा और आरोपी बेटा-बहू पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।