चाईबासा : झारखंड में एक बार फिर से मानव तस्करी के मामले का उद्भेदन किया गया है। महिला तस्कर को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। दरअसल पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुवा पुलिस ने टाटानगर रेल पुलिस के सहयोग से मानव तस्करी इस रैकेट का पर्दाफाश किया है।
टाटानगर से नाबालिग लड़कियों को कराया गया मुक्त
जानकारी के अनुसार गुवा पुलिस को सुचना मिली थी कि गुवा थाना अंतर्गत नुईया गांव के लक्सरा टोला निवासी सुकराम तिरिया की 16 वर्षीय पुत्री और नोवामुंडी निवासी एक अन्य नाबालिग को एक महिला पैसे कमाने का सपना दिखाकर गुवा-टाटा पैसेंजर ट्रेन से टाटानगर ले गई है। वहां से उसे चेन्नई ले जाने का प्लान था।
कैसे खुला मानव तस्करी का धंधा
लड़कियों को तरह-तरह के सपने दिखाकर दूसरे प्रदेशों में बेचने वाली महिला तस्कर गांव-गांव आती-जाती रहती थी। हर गांव में वह एक स्थानीय महिला को अपने झांसे में लेकर गांव की नाबालिग लड़की को अपने जाल में फंसाती थी। नोवामुंडी की दो नाबालिग लड़कियों को भी इसी तरह नजदीकी बना कर परिवारों पर भरोसा जताया। उसी महिला के साथ गांव की दो अन्य लड़कियां भी ट्रेन में सवार थीं।
संदेह होने पर भाग निकलीं दो लड़कियां
ट्रेन में सवार होने के बाद सभी निकल पड़े। साथ में गईं दो लड़कियों को बड़ाजामदा स्टेशन पहुंचने पर महिला की बातों पर संदेह हुआ। इसके बाद दोनों सतर्क हो गईं। बड़ाजामदा स्टेशन पर ही दोनों लड़कियां ट्रेन से उतर गईं। घर लौटने के बाद उन्होंने परिजनों को पूरी बात बताई, जिससे स्थिति की गंभीरता सामने आई।
जेएसएलपीएस के प्रयास से खुला मामला
गुवा थाना क्षेत्र के जेएसएलपीएस जेंडर सीआरपी गीता देवी एवं पीएलवी दिल बहादुर को मिलते ही नाबालिग लड़की के पिता को लेकर गुवा थाना पहुंचे जहां पूरे मामले की जानकारी दी।
गुवा थाना का अहम रोल
घटना के सूचना मिलते ही गुवा थाना प्रभारी ने तत्परता दिखाते हुए नोवामुंडी पुलिस से संपर्क साधा और तुरंत टाटानगर रेल पुलिस को अलर्ट किया। इसके बाद टाटानगर स्टेशन पर सघन तलाशी अभियान चलाया गया। टाटानगर स्टेशन पर पहुंची महिला के साथ दोनों नाबालिग लड़कियां पाई गईं। महिला से पूछताछ में पता चला कि वह इन्हें चेन्नई ले जाकर घरेलू काम या होटल में नौकरी दिलाने की बात कह रही थी।
लड़कियों को परिजनों के हवाले किया
पुलिस ने दोनों नाबालिगों को बाल संरक्षण समिति के माध्यम से परिजनों को सौंप दिया है। गुवा पुलिस कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि मामला सुनियोजित मानव तस्करी का है। पुलिस ने दोनों नाबालिगों को बाल संरक्षण समिति के माध्यम से उनके परिजनों को सौंप दिया है।
महिला तस्कर से पूछताछ जारी
पुलिस की पकड़ में आई महिला तस्कर को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है कि अब तक वह कितनी लड़कियों को बाहर भेज चुकी है और इसके पीछे कोई संगठित गिरोह है या नहीं।
लोगों में आक्रोश
मानव तस्करी का मामला सामने आने के बाद नुईया और नोवामुंडी क्षेत्र में ग्रामीणों के बीच चिंता और आक्रोश का माहौल है। लोगों ने पुलिस से मांग की है कि ऐसे मानव तस्करी रैकेट को जड़ से खत्म किया जाए और महिलाओं एवं बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
लगातार हो रही है ऐसी घटनाएं
पश्चिमी सिंहभूमि जिले में गरीब आदिवासी परिवार के बच्चों को अच्छी कमाई और सुविधाओं का लालच देकर देश के दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के घटनाएं अक्सर सामने आती रहती है। बच्चों को कम के बदले बहुत कम पैसा तो दिया जाता है साथ ही उनसे काम भी ज्यादा लिया जाता है। नहीं करने पर तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है।
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