चक्रधरपुर : बाल तस्करी और बाल श्रम रोकथाम अभियान के तहत चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर बुधवार को बाल संरक्षण विभाग की टीम ने एक बाल श्रमिक समेत 5 श्रमिकों का रेस्क्यू किया और आंध्रप्रदेश के एक व्यक्ति को मानव तस्कर के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के निर्देश पर फोर रूलर एक्शन की कर्रा सोसाइटी टीम की जिला समन्वयक चांदमुनी कालुंडिया के नेतृत्व में रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन चक्रधरपुर के मनोज कुमार दास और मिथुन प्रधान के सहयोग से आरपीएफ और जीआरपी के संयुक्त सहयोग से यह अभियान चलाया गया।
कार्रवाई के दौरान चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर एक नाबालिग समेत 5 श्रमिकों को संदेहास्पद स्थिति में देखकर पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के 27 साल का उदाथा सुकेश उन सभी को बिना किसी सरकारी प्रक्रिया पूरी किए मजदूरी कराने के लिए फैशन बिल्डिंग मटेरियल्स प्राइवेट लिमिटेड, चिल्लाकुर गुडुरु आंध्र प्रदेश ले जा रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी उदाथा सुकेश ने स्वीकार किया कि वह इन मजदूरों को पैसे और रोजगार के लालच में बहला-फुसलाकर फैक्ट्री ले जाने की तैयारी में था।
एक श्रमिक की उम्र 14 वर्ष है, जबकि बाकी 4 वयस्क थे। टीम ने तत्काल सभी को रेस्क्यू कर चक्रधरपुर रेल थाना के हवाले कर दिया। बाल संरक्षण अधिकारी ने जीआरपी थाना प्रभारी सुहैल खां को प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी पर बाल श्रम एवं बाल तस्करी से संबंधित धाराओं में कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की है।
जिनका रेस्क्यू किया गया उनमें एक 14 साल का बाल श्रमिक समेत गोविंद चातर (32), लक्ष्मण चातर (32), साल बाबु लागुरी (18), सिदीऊ लागुरी (20) शामिल हैं।