

Chaibasa (Jharkhand) : रिम्स-2 परियोजना को लेकर प्रस्तावित आंदोलन से ठीक पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को रांची के नगड़ी इलाके में उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है। इस कार्रवाई पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे “तुगलकी फरमान” करार देते हुए कहा कि एक जननेता को इस तरह रोकना लोकतंत्र का अपमान है।

सरकार पर लगाया जमीन हड़पने का आरोप
गागराई ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जबरन आदिवासियों की जमीन का अधिग्रहण कर रही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल निर्माण के नाम पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। उनके अनुसार, सरकार केवल शिलान्यास करती है, लेकिन हकीकत में जमीन पर कोई काम नहीं दिखता।

बेरोजगारी और खदानों के मुद्दे पर घेरा
भाजपा नेता ने सरकार की प्राथमिकताओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य में 40 से अधिक खदानें बंद हैं और युवा बेरोजगार घूम रहे हैं, जबकि सरकार की प्राथमिकता कुछ और ही है। इस कार्रवाई के बाद से नगड़ी और रांची में तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि, प्रशासन की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

