Chatra (Jharkhand) : झारखंड के चतरा जिले में ‘झोलाछाप’ डॉक्टरों की लापरवाही ने एक बार फिर एक परिवार की खुशियां छीन ली है। हंटरगंज थाना क्षेत्र के सलवार गांव में इलाज में लापरवाही के कारण मंजू देवी (20) नामक एक प्रसूता की मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह महिला के शव के साथ हंटरगंज-चतरा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग की।
यह घटना पिछले तीन दिनों में ‘झोलाछाप’ डॉक्टरों की लापरवाही से हुई तीसरी मौत है, जिसने क्षेत्र में डर और गुस्से का माहौल बना दिया है। मृतका के परिजनों ने बताया कि मंजू देवी का ऑपरेशन कर नवजात बच्चे का जन्म कराया गया था, लेकिन इसके बाद उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई। इसके बावजूद, डॉक्टर ने सही इलाज करने के बजाय उसे पटना रेफर कर दिया। पटना ले जाते समय महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
आरोपी फरार, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
परिजनों का आरोप है कि सोमवार रात करीब 10 बजे आरोपी डॉक्टर मंजू देवी के शव को हंटरगंज लाकर छोड़ गया और खुद फरार हो गया। इस अमानवीय हरकत से गुस्साए ग्रामीणों ने शव के साथ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे गैर-जिम्मेदार और अप्रशिक्षित डॉक्टरों पर तुरंत नकेल कसी जाए, ताकि भविष्य में और किसी निर्दोष की जान न जाए।
बताया गया है कि आरोपी डॉक्टर बिहार का रहने वाला है और घटना के बाद से ही उसका क्लिनिक बंद है। पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास किया। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है और फरार डॉक्टर की तलाश में छापेमारी की जा रही है।