नई दिल्ली : उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप जारी है, जिससे लोग ठिठुरने पर मजबूर हो गए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में शीतलहर का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। घना कोहरा और गिरता तापमान लोगों की परेशानियों को बढ़ा रहे हैं। इस दौरान पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में भी ठंड और अधिक बढ़ गई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और झारखंड में ठंड का कहर जारी है। वहीं, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है।
उत्तर भारत में ठंड और शीतलहर का प्रकोप
उत्तर भारत में शीतलहर के कारण मौसम अत्यधिक ठंडा हो गया है। पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, यूपी, पंजाब, राजस्थान, बिहार और झारखंड में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। खासकर, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में गंभीर शीत लहर का खतरा बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश में 19 से 23 दिसंबर तक गंभीर शीतलहर की स्थिति रहने का अनुमान है, जबकि पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 20 और 21 दिसंबर को यह स्थिति जारी रहेगी।
दिल्ली में छायी रही धुंध
दिल्ली में, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था और शहर में घना कोहरा छाया हुआ था। इसके साथ ही, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी “गंभीर” श्रेणी में दर्ज किया गया, जो 434 पर पहुंच गया था। उत्तर प्रदेश के संभल इलाके में भी तापमान गिरने के कारण घना कोहरा छा गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस क्षेत्र का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट
इस बीच, मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार शाम को दबाव में बदल गया था, जिसके परिणामस्वरूप ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि यह कम दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटों में उत्तर की ओर बढ़ेगा, जिसके कारण दोनों राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शनिवार से कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना भी जताई गई है।
बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र
कम दबाव का क्षेत्र पश्चिमी और मध्य बंगाल की खाड़ी में तूफान जैसी स्थिति बना सकता है, जिससे हवा की गति 45-55 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। 23 दिसंबर तक यह गति 65 किमी प्रति घंटा तक बढ़ने की आशंका है। वहीं, आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटों पर हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटा हो सकती है, जो 60 किमी प्रति घंटा तक बढ़ सकती है।
प्रशासन ने किया आगाह
मौसम विभाग ने मछुआरों और तटीय निवासियों को इस खतरनाक मौसम से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है। बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटों पर समुद्र की स्थिति खराब रहने की संभावना है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे स्थानीय प्रशासन की सलाह पर ध्यान दें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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