– सीएम ने कहा-ये आपकी सरकार है, आपकी सोच के अनुरूप बनाएंगे योजना
जमशेदपुर : CM Champai Soren: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन रविवार को घाटशिला आए थे। यहां उन्होंने बुरुडीह डैम में वन विभाग द्वारा प्रस्तावित वनश्री इको कॉटेज योजना का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने मउभंडार स्थित ताम्र मैदान में जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री मोदी सरकार पर खूब बरसे।
चम्पाई सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार ने झारखंड को सिर्फ धोखा दिया है। केंद्र सरकार में भाजपा है। भाजपा के लोगों ने हर वक्त यहां के आदिवासी- मूलवासी को धोखा दिया। आज घाटशिला क्षेत्र की राखा, केंदाडीह, चापड़ी व सुरदा की ताम्र खदानें बंद हैं, जिससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। भाजपा के लोग कभी मजदूरों के बारे में नहीं सोचते हैं। हम बंद पड़ी राखा चापडी, केंदाडीह माइंस, सुरदा को लीज दिलाकर रोजगार देने का काम करेंगे।
उन्होंने पीएम आवास योजना में भी हमारे साथ धोखा किया। जब केंद्र सरकार ने अपना हिस्सा नहीं दिया तो झारखंड सरकार ने अपने बल पर अबुआ आवास योजना शुरू किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार साल के अंदर हमने बहुत कुछ देखा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योजना शुरू की जाएगी। लेकिन अब इसकी चिंता नहीं करनी है। ये आपकी सरकार है, आपकी भावना और आपकी सोच के अनुरूप ही योजना बनाएंगे।
CM Champai Soren: खनिज प्रदेश होते भी हमारी आर्थिक स्थिति दयनीय है। जंगल के गांव तक बनेगी पक्की सड़क
सीएम ने कहा कि हमें झारखंड को संवारना है, इसीलिए हमने अलग राज्य लिया है। झारखंड के शहीदों के सपना को साकार करना है। जंगल के गांव तक सड़क बनेगी। 15 हजार किलोमीटर सड़क का काम शुरू हो गया है। मुझे मालूम है डुमरिया, अस्ति, गुड़ाबांधा, चाकुलिया कहां है। इसलिए हम मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत किए हैं। निजी कंपनी में 50 प्रतिशत प्रतिशत आदिवासी, मूलवासी, दलित अल्पसंख्यक रोजगार देना पड़ेगा।
हर घर में चलेगा शिक्षा का दीया
शिक्षा का स्तर कमजोर है। इसलिए हमारी सरकार माडल स्कूल बना रही है। प्रखंड तक में मॉडल स्कूल बनाने जा रहे हैं। शिक्षा की कमी नहीं हो। हर घर में शिक्षा का दीया जलेगा, यही हमारी सोच है।
इसलिए झारखंडियों ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया। निजी कंपनी में 50 प्रतिशत प्रतिशत आदिवासी, मूलवासी, दलित अल्पसंख्यक को रोजगार देना पड़ेगा।
राज्य का पिछड़ापन दूर करने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्राकृतिक और खनिज संसाधनों के मामले में काफी धनी है। यहां कोयला, तांबा, लोहा, सोना और यूरेनियम समेत कई खनिज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, लेकिन अफसोस इस बात का है कि इस राज्य की गिनती देश के पिछड़े राज्यों में होती है । यहां के लोग गरीबी और अभाव की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आदिवासियों-मूलवासियों ने झारखंड अलग राज्य के लिए लंबा संघर्ष किया था।
अलग राज्य की लड़ाई में कई आंदोलनकारी शहीद हुए थे। लेकिन अलग राज्य बनने के बाद उनके सपनों का झारखंड नहीं बन सका, लेकिन हमारी सरकार इस राज्य के आंदोलनकारियों और यहां की जनता की भावनाओं के अनुरोध राज्य का नवनिर्माण करने की दिशा में मजबूती कदम बढ़ा दिए हैं।