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जमशेदपुर कोर्ट में असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का परिवाद दाखिल

एआइएमआइएम नेता बाबर खान ने हेट स्पीच मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया

by Anand Mishra
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जमशेदपुर : असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हेमंत विश्व शर्मा के खिलाफ जमशेदपुर की स्थानीय अदालत में एक परिवाद दाखिल किया गया है। यह परिवाद एआइएमआइएम के नेता एवं जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा के उम्मीदवार बाबर खान ने दाखिल किया है। बाबर खान ने अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू के माध्यम से अदालत में शिकायत की है कि हेमंत विश्व शर्मा ने धार्मिक भावना को आहत किया है और अपने भाषण से सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का प्रयास किया है।

हिमंता बिस्वा शर्मा के बयान पर बाबर खान का आरोप

बाबर खान ने, 25 अक्टूबर को एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला दिया है। बाबर खान ने कहा है कि विगत 24 अक्टूबर को साकची बोधि टेंपल मैदान में हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने भाषण में कहा था कि देश के हर कोने में जहां बाबर बसे हैं, उन्हें ढूंढ-ढूंढकर लात मार कर देश से बाहर किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, लेकिन अगर उनकी सरकार बनती है, तो वे घुसपैठियों को लात मार कर झारखंड से बाहर निकाल देंगे।

बाबर खान का आरोप है कि इस भाषण के माध्यम से हिमंता बिस्वा सरमा ने धार्मिक भावनाओं को जान-बूझकर ठेस पहुंचाया और एक समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश की। बाबर खान के अनुसार, यह भाषण सांप्रदायिक उन्माद बढ़ाने की की दिशा में एक खतरनाक कदम था।

अदालत में कार्रवाई की मांग


बाबर खान ने बताया कि श्री सरमा के उक्त भाषण के बाद उन्होंने मानगो के आजादनगर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने वकील सुधीर कुमार पप्पू की मदद से अदालत का रुख किया है। बाबर खान ने अदालत से हेमंत शर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है और कहा है कि धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने और सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के लिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस दौरान अधिवक्ता जाहिद, कुलविंदर सिंह, निशांत जैन, कुलसुम नाज और सुधीर कुमार पप्पू के साथ अन्य वकील भी अदालत में मौजूद थे।

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