Home » Income Tax Department : ओडिशा में आयकर विभाग के छापे में मिली नकदी 300 करोड़ रुपये के पार

Income Tax Department : ओडिशा में आयकर विभाग के छापे में मिली नकदी 300 करोड़ रुपये के पार

by Rakesh Pandey
Income Tax Raid
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

नयी दिल्ली/भुवनेश्वर : ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ आयकर विभाग (Income Tax Department) के छापों में अब तक बरामद नकदी 300 करोड़ रुपये के पार हो गई है। यह देश में किसी भी जांच एजेंसी द्वारा की गई एकल कार्रवाई में अब तक की सबसे अधिक जब्ती बन गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभी भी पैसों की गिनती जारी है।

लगातार छठे दिन जारी रही छापेमारी (income tax department)

ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड, उसके प्रमोटर और अन्य के खिलाफ Income tax department की मैराथन छापेमारी छठे दिन में प्रवेश कर गई है। कर चोरी और ऑफ़-द-बुक (जिसका लेखा-जोखा कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड में नहीं हो) लेनदेन के आरोप में कर अधिकारियों द्वारा 6 दिसंबर को छापेमारी शुरू की गई थी।

सूत्रों ने बताया कि अब तक 300 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी की गिनती की जा चुकी है और यह (गिनती) अब भी जारी है।

पैसों का लगा पहाड़, सबकी चौंधिया गयी आंखें

आयकर विभाग   (Income Tax Department)का मानना है कि यह बेहिसाबी नकदी है और व्यापारिक समूह, विक्रेताओं और अन्य द्वारा देशी शराब की नकद बिक्री से अर्जित की गई है।

सूत्रों ने कहा कि किसी एक समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई के तहत देश में किसी एजेंसी द्वारा की गई यह अब तक की सबसे अधिक नकदी जब्ती है।

नकदी गिनने के लिए मंगाई गई मशीन नोटों को गिनते-गिनते खराब हो गईं। इसके बाद दूसरी नोट गिनने के लिए दूसरी मशीनों की व्यवस्था की गई। तब जाकर फिर से आगे की गिनती शुरू हुई।

2019 में कानपुर में बरामद की गई थी बड़ी रकम

वर्तमान में चल रही छापेमारी में मिली नकदी को अबतक की सबसे बड़ी बरामदगी माना जा रहा है। इससे पहले इतनी भारी मात्रा में नकदी 2019 में बरामद की गई थी।

कानपुर के एक व्यवसायी के यहां की गई छापेमारी में बड़ी रकम बरामद की गई थी। यह उस समय की बात है, जब जीएसटी इंटेलिजेंस ने कानपुर के एक व्यवसायी से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था और 257 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे।

तमिलनाडु में बरामद किए गए थे 163 करोड़ रुपये

कानपुर की घटना से लगभग एक साल पहले जुलाई 2018 में तमिलनाडु में एक सड़क निर्माण फर्म के खिलाफ तलाशी के दौरान आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा 163 करोड़ रुपये की नकदी का खुलासा किया गया था।

विभाग उन अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज कर रहा है, जो छापों वाले स्थानों पर मौजूद थे। साथ ही विभाग कंपनी के मुख्य प्रमोटर को अपने बयान दर्ज कराने के लिए भी समन जारी करेगा।

धीरज प्रसाद साहू के अन्य ठिकानों पर कार्रवाई जारी

आयकर विभाग (Income Tax Department) ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के रांची और अन्य स्थानों पर स्थित परिसरों की भी तलाशी ली है। यह स्पष्ट नहीं है कि साहू के घर से कितनी नकदी और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं। कंपनी और सांसद ने उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई के संबंध में प्रत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दिया है।

READ ALSO : World’s Largest Army : इन देशों के पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना, जानिए भारत की सेना किस नंबर पर

कांग्रेस की खामोशी पर उठ रहे सवाल

वहीं, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी उनकी पार्टी के सांसद से कथित तौर पर जुड़े परिसरों से करोड़ों रुपये की बरामदगी पर खामोश क्यों हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस मामले में केंद्र पर केवल कांग्रेस को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।

READ ALSO : Article 370 :  अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला सही था:  सुप्रीम कोर्ट

READ ALSO  : करणी सेना अध्यक्ष हत्याकांड में हरियाणा का युवक गिरफ्तार, शूटरों के जयपुर में रुकने की कराई थी व्यवस्था

Related Articles