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दिल्ली में अपराध के आंकड़े राहत देनेवाले, जानें वर्ष 2023 से अब तक की स्थिति

by Rakesh Pandey
bihar crime
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नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 2023, 2024 और 2025 के पहले तीन महीनों (जनवरी से मार्च) के दौरान विभिन्न अपराधों में मिश्रित रुझान देखे गए हैं। कुछ अपराधों में कमी आई है, जबकि कुछ में उतार-चढ़ाव जारी है।​

बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाओं में कमी

आंकड़ों के मुताबिक, बलात्कार के मामलों में 2023 में 2,141 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2024 में घटकर 2,076 हो गए। 2025 में यह संख्या और कम होकर 370 तक पहुंच गई, जो 2024 की तुलना में 18.7% की गिरावट को दर्शाता है। इसी तरह, महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न (मोलेस्टेशन) के मामले 2023 में 547 थे, जो 2024 में घटकर 444 और 2025 में 379 हो गए। छेड़छाड़ (ईव टीजिंग) के मामले भी 2023 में 98 से घटकर 2024 में 74 और 2025 में 63 तक पहुंचे, जो सड़कों पर बढ़ती सुरक्षा का संकेत देता है।​

अपहरण और हत्या में मामूली कमी

अपहरण और गायब होने के मामलों में मामूली बदलाव देखा गया। 2023 में 1,385 मामले दर्ज हुए, जो 2024 में बढ़कर 1,393 हो गए, लेकिन 2025 में घटकर 1,360 रह गए। हत्या के मामलों में भी मामूली कमी देखी गई। 2023 में 115 हत्याएं दर्ज की गईं, जो 2024 में घटकर 105 और 2025 में 107 हो गईं। हत्या के प्रयास के मामले 2023 में 158 से बढ़कर 2024 में 203 हो गए, लेकिन 2025 में घटकर 168 रह गए।​

डकैती और झपटमारी के मामले में सुधार

डकैती के मामलों में लगातार कमी देखी गई है। 2023 में 375 मामले दर्ज हुए, जो 2024 में बढ़कर 424 हो गए, लेकिन 2025 में घटकर 315 रह गए, जो 2024 की तुलना में 25.7% की कमी है। झपटमारी के मामलों में भी सुधार देखा गया। 2023 में 1,812 मामले थे, जो 2024 में बढ़कर 1,925 हो गए, लेकिन 2025 में घटकर 1,199 रह गए, जो 37.7% की उल्लेखनीय कमी दर्शाता है।​

कुल जघन्य अपराध 2025 में राहत

कुल जघन्य अपराधों की बात करें तो 2023 में 1,198 मामले दर्ज हुए, जो 2024 में घटकर 1,078 हो गए और 2025 में और कम होकर 970 रह गए। यह 2024 की तुलना में 10% की कमी को दर्शाता है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, यह कमी बढ़ी हुई गश्त, तकनीकी निगरानी और समुदाय के सहयोग का परिणाम है।​

पुलिस की रणनीति और भविष्य

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने हाई-टेक सर्विलांस, रात्रि गश्त और अपराध-प्रवण क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाकर इन आंकड़ों में सुधार किया है।” हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अपहरण और बलात्कार जैसे अपराधों को और कम करने के लिए सामुदायिक जागरूकता और तेज जांच प्रक्रिया पर ध्यान देना होगा।​

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