ओडिशा/कोलकाताः चक्रवात ‘दाना’ ने ओडिशा के तट से देर रात टक्कर ली, जिसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में तेज आंधी और बारिश का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, ‘दाना’ तूफान ने 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धामरा और भितरकनिका के पास अपना रुख किया। इसके चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने और अन्य नुकसान की खबरें आई हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए ओडिशा और बंगाल में NDRF की कई टीमें अलर्ट पर हैं।
सुरक्षा उपाय
तूफान के चलते लगभग 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जानकारी दी है कि अब तक 5.84 लाख लोगों को आश्रय स्थलों में भेजा जा चुका है। स्कूलों को बंद कर दिया गया है और 400 से अधिक रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया गया है। भुवनेश्वर और कोलकाता के एयरपोर्ट को भी सुबह 9 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, ‘दाना’ अब 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी भी जारी है, जो अगले 1-2 घंटों तक चलने की संभावना है। IMD की निदेशक, मनोरमा मोहंती ने कहा कि तूफान की वर्तमान तीव्रता एक गंभीर चक्रवाती तूफान है, जिसमें हवा की गति 100-110 किमी/घंटा है।
धामरा में स्थिति
ओडिशा के धामरा में तेज हवाओं और बारिश के कारण कई पेड़ उखड़ गए हैं। अग्निशमन सेवा दल ने सड़कों को साफ करने का कार्य शुरू कर दिया है। दीपक कुमार, ओडिशा अग्निशमन सेवा के सदस्य, ने बताया कि वे पहले राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य सड़कों को साफ कर रहे हैं। अब तक किसी गंभीर नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
ISRO की निगरानी
इस चक्रवात पर ISRO के उपग्रह भी नजर बनाए हुए हैं। EOS-06 और भूस्थैतिक उपग्रह इनसेट-3डीआर लगातार चक्रवात की स्थिति पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं, जो आपदा प्रबंधन में सहायता प्रदान करेगा।
आगे की चेतावनियां
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवात ‘दाना’ धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है, लेकिन इसके चलते अभी भी भारी बारिश और तेज हवाएं जारी रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी गई है।