कोलकाता : बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय स्थिति बन चुकी है, जिससे अगले कुछ दिनों में ‘फेंजल’ नामक चक्रवात का निर्माण होने की संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को इसकी सूचना दी और कहा कि यह चक्रवात दक्षिण अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के पास बन रहा है।
चक्रवात ‘फेंजल’ का निर्माण और इसके प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय दबाव क्षेत्र बन चुका है, जो धीरे-धीरे एक निम्न दबाव क्षेत्र में बदल सकता है। इसके बाद यह दबाव और तेज होकर गहरे दबाव में बदल सकता है और फिर चक्रवात का रूप ले सकता है। अगले 24 घंटे में यह दबाव और अधिक मजबूत होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि यह चक्रवात शनिवार या रविवार तक तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ सकता है, जिसका असर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और श्रीलंका के उत्तरी तटीय क्षेत्रों में भी देखने को मिल सकता है।
‘फेंजल’ नामक चक्रवात का खतरा
अगर यह चक्रवात पूरी तरह विकसित होता है, तो इसे ‘फेंजल’ नाम दिया जाएगा। यह नाम सऊदी अरब ने इस चक्रवात के लिए रखा है। इससे पहले अक्टूबर में इसी क्षेत्र में बने चक्रवात ‘दाना’ ने काफी प्रभाव डाला था, जिसका नाम कतर ने दिया था। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग ने अभी तक इस चक्रवात की सटीक दिशा, तीव्रता और उससे होने वाले नुकसान के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
तटीय क्षेत्रों के लिए मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। प्रशासन ने भी ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और संभावित खतरे को लेकर इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है।
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