नई दिल्ली : D-Day: आज के दिन जर्मनी पर किए गए सबसे बड़े सैनिक हमले को डी डे के रूप में मनाया जाता है। आज डी डे के 80 वर्ष पूरे हो जाएंगे। इस ऐतिहासिक दिन की स्मृति के लिए दुनिया भर के शीर्ष नेता फ्रांस में इकट्ठा होने जा रहे हैं।
फ्रांस में होने वाले विभिन्न समारोहों में सभी नेता शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम के तहत सभी नेता नॉर्मंडी क्षेत्र में ओमाहा और यूटा समुद्र तटों पर आयोजित होने वाले पुष्पांजलि समारोह में शामिल होने के लिए जाएंगे। यहीं वे लैंडिंग स्थल हैं, जहां पर सेना ने हमला किया था।
D-Day: कौन-कौन होगा शामिल
फ्रांस में आयोजित होने वाले डी डे समारोह में भाग लेने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडन, ब्रिटेन के किंग चार्ल्स एवं प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की, फ्रांस पहुंच चुके हैं।
D-Day: क्या है डी डे
D-Day: वर्ष 1944 में फ्रांस के नॉर्मंडी शहर में नाजी सैनिक इकट्ठा थे, तभी सुबह लगभग 6 बजे अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के करीब डेढ़ लाख से अधिक सैनिकों ने समुद्र और आसमान से नाजियों पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में जर्मनी के लगभग 8000 सैनिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
D-Day: नाजी शासन से मुक्त हुआ जर्मनी
नॉर्मंडी में हुए इस सैनिक हमले का कोड नाम “ऑपरेशन ओवरलॉर्ड” था। सामान्य तौर पर यह डी डे के नाम से जाना जाने लगा। डी डे को हिटलर के शासन के अंत की शुरुआत वाले दिन के रूप में भी याद किया जाता है। इसके बाद ही जर्मनी नाजी शासन से मुक्त हुआ था।
D-Day: डी डे का क्या है मतलब
सेना की भाषा में डी डे उस दिन को कहा जाता है, जिस दिन कोई हमला या ऑपरेशन शुरू किया जाता है। इस मामले में यह दिन इसलिए भी और विशेष हो जाता है क्योंकि जर्मनी पर किए गए बड़े हमले के बाद नाजी शासन का अंत होने लगा था।
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