गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय(डीडीयू) के जनसंचार एवं पत्रकारिता को भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) 2024 में जनसंचार और पत्रकारिता श्रेणी में उत्कृष्ट स्थान मिला है। विश्वविद्यालय ने यह स्थान उत्तर प्रदेश के राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में हासिल किया है। इस श्रेणी में प्रथम स्थान पाने वाला वह एकमात्र राज्य विश्वविद्यालय बन गया है।
उत्तर क्षेत्र में 23वां स्थान
गोरखपुर विश्वविद्यालय के जनसंचार और पत्रकारिता विभाग को नवीनतम रैंकिंग में देशभर में 61वां स्थान मिला है। वहीं, उत्तर क्षेत्र में इसे 23वां रैंक मिला है। उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में विश्वविद्यालय को छठा स्थान मिला है। राज्य विश्वविद्यालयों में डीडीयू को पहला स्थान हासिल हुआ है।
- देशभर में रैंक: 61
- उत्तर क्षेत्र में रैंक: 23
- उत्तर प्रदेश रैंक: 6 (इस श्रेणी में रैंक किए गए 12 संस्थानों में से)
पांच स्थान का हुआ सुधार
2023 की तुलना में विश्वविद्यालय ने इस बार 2024 के आईआईआरएफ में पांच स्थान का सुधार किया है। 2023 में देशभर में डीडीयू के जनसंचार एवं पत्रकारिता को 66वां, उत्तर क्षेत्र में 26वां और उत्तर प्रदेश में छठा स्थान हासिल हुआ था। IIRF 2024 रैंकिंग में पूरे भारत के 102 उच्च शिक्षण संस्थानों को शामिल किया गया था, जिनमें से केवल चार संस्थान उत्तर प्रदेश से थे।
IIRF रैंकिंग के लिए पद्धति
भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क सात व्यापक मापदंडों के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन करता है। प्रत्येक मापदंड का मूल्यांकन 100 अंकों के आधार पर किया जाता है। इन मापदंडों में शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुसंधान, बुनियादी ढांचा, प्लेसमेंट और अन्य पहलुओं को शामिल किया गया है।
मीडिया शिक्षा में अग्रणी बना डीडीयू
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय जनसंचार और पत्रकारिता में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित करता है। ये पाठ्यक्रम छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल का समन्वय प्रदान करते हैं, जिससे वे मीडिया उद्योग में सफलता के लिए तैयार होते हैं। विभाग के छात्रों ने प्रमुख समाचार पत्रों, टेलीविजन नेटवर्क और डिजिटल मीडिया संगठनों में सफलतापूर्वक प्लेसमेंट प्राप्त किया है।
“जनसंचार और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के शीर्ष राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्राप्त करना हमारे शैक्षणिक उत्कृष्टता और व्यावसायिक प्रशिक्षण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह हमारे समर्पित शिक्षकों, प्रतिभाशाली छात्रों और सहायक प्रशासन की सामूहिक उपलब्धि है। माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में, हम नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने और मीडिया और संचार के क्षेत्र में सार्थक योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
– प्रो. पूनम टंडन, कुलपति